रायपुर। मारपीट मामले में पार्षद कामरान अंसारी ने कहा- वार्ड में हुए हादसे का विडियो जिसको कट करके मेरी छवि खराब करने हेतु चलाया जा रहा है, जिससे सभी को भ्रमित किया जा रहा हैं। जिसकी पुर्ण सच्चाई यह है कि अपराधी जय मंडावी. इन्दर नायक, व सोहन नायक जिस पर पुर्व में भी कई अपराधिक मामले दर्ज हैं, महिलाओं से छेड़छाड़, चाकू बाजी शराब बेचना, हत्या की कोशिश जैसे अनेक आरोप हैं। दिनांक 10.01.2021 को भी यह युवक पुरें नशे की हालत में वार्ड मे लोगो को मारते व गालिया देते घुम रहा था, जिसकी शिकायत लेकर वार्ड वासी पार्षद कार्यालय पहुचें इस बात की इस बात की चीढ़ से युवक पार्षद कार्यालय में घुस कर गाली गलौच करने लगा वहा बैठे कर्मचारी पर वार करने लगा उसके पश्चात् कार्यालय में तोड़ फोड़ किया जिसकी सुचना वहा बैठे कर्मचारी ने मुझे की तत्पश्चात् मैनें पुलिस को इसकी जानकारी दी एवं पुलिस के साथ युवक की माता से मिले और अपराधी द्वारा किये गये कार्य के बारे में बताया उसकी माता ने कहा कि वो नशे में ये कर दिया होगा मैं उसे समझाऊंगी आगे ऐसा कुछ नही करेगा। तत्पश्चात् पुलिस के जाने के बाद मै कार्यालय आया इसकी सुचना हेतु आवेदन बनाने लगा इसी दरमियान वह युवक अपने साथी के साथ पुनः पार्षद कार्यालय आया और मुझे गालिया देने लगा बावजुद इसके मैनें उसे कार्यालय के बाहर किया एवं एक कर्मचारी को उसकी माता को बुलाने को कहा और युवक से पुछा कि ऐसा क्यु कर रहा है, नशे में धुत युवक का जवाब था कि आज मेरे हाथ में एक मर्डर लिखा है मैं 302 करूंगा आज। ऐसा कहते हुए राहगीरो को मारने लगा उन पर इंटे फेंकने लगा मैनें रोका तो मुझ पर भी इंटो से वार करने लगा इसके बाद उसकी मां उसे खिचते हुए ले जाने लगी परंतु कभी वो अपनी मां को मारता तो कभी राहगीरो को इसके पश्चात् हाथ में रॉड लेकर पास खडी महिलाओं पर घुमाने लगा जिस पर मैनें उसे रोका, जिसका विडियो वायरल किया गया है,तब तक मेरी सुचना से पुलिस वहां पहुंच गई युवक व उसके साथी वहां से गालिया देते लोगो के घरो से खपरो को खीतचें वहां से भाग निकले, पुलिस व मै पुनः उसकी माता से मिले व उन्हे बुलाने को कहा परंतु माता तो खुद प्रताडित थी वह उन्हे बुला नही पायी।
तत्पश्चात् मैनें लिखित FIR करवाई। अपराधी युवको ने ईटो से किसी हाथ तो किसी पैर जख्मी कर दिया था। समस्त वार्ड वासी इससे निरंतर परेशान चल रहे थे जिसकी शिकायत पुर्व में कई बार पुलिस में की गई थी, सत्यता को पहचाने बिना मेरी विडियो वायरल कर राजनीति की जा रही है। क्या अपराधियों को ऐसे समर्थन से उनके हौसले बुलंद नहीं होंगे। नशे में धुत युवा रविवार को राशन कार्ड बनवाने आयेगा? जबकि उसका राशन कार्ड बहुत समय पुर्व ही बन चुका है। विडियो वायरल कर घटना को राजनीतिक मोड दिया जा रहा हैं, परंतु उन युवको की वजह से परेशान वार्ड वासीयो की सुनना किसी ने नही चाहा। ऐसे अपराधियों का सर्मथन करना सही है क्या? घटना की पुर्ण जानकारी लेने कोई भी किसी वार्ड वासी से नही मिला, एक विडियो के सहारे ओछी राजनीति करना कहा तक सही है? मैनें आखिर ये कदम उठाया क्यो? अगर मै नही होता तो क्या सच में वार्ड मे कोई बड़ी घटना घटित हो जाती। क्या इसकी पुर्ण विवेचना करने या जानकारी लेने कोई वार्ड वासीयो से मिलेगा? समस्त वार्ड वासी निरंतर ही पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस नगर अधीक्षक के पास अपराधियों के खिलाफ आवेदन देने व शिकायत दर्ज कराने जा रहे है।