जिला अस्पताल जांजगीर में बिना रजिस्ट्रेशन के चल रही गाड़ियां
जांजगीर। जिला अस्पताल जांजगीर आए दिन किसी न किसी कारण से सुर्खियों में बना रहता है यह सुर्खियां किसी अच्छे काम के लिए ना होकर जिला अस्पताल में व्याप्त अनियमितता,असुविधा एवं दुर्दशा को लेकर रहती है कभी ओपीडी में डॉक्टर नहीं बैठते कभी इतने बड़े जिला अस्पताल होने के बावजूद वहां सोनोग्राफी का कोई डॉक्टर ही उपलब्ध नहीं होता , गर्भवती महिलाएं इलाज हेतु घंटो खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करती है, इसी क्रम में एक और कारनामा यह दिखा की जिला अस्पताल जांजगीर में चल रही गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन ही नही है।
जबकि गाड़ियों को चलते कई साल हो गए लाखो रुपए का पेट्रोल में और मेंटेनेंस में भुगतान भी हो गया हद तब हो जाती है जब इस बारे में सिविल सर्जन को ही जानकारी नहीं होती ,जिला अस्पताल जांजगीर में चल रही गाड़ियों के प्रभारी के द्वारा जो जानकारी दी गई वह गाड़ी रजिस्ट्रेशन से पूर्व से चलना बताया गया वो भी लिखित रूप में उन्हें यह भी ज्ञात नही कौन से गाड़ी कब से उपयोग में लाई गई है।जिला अस्पताल जांजगीर की दशा कब सुधरेगी यह समझ से परे है। जिम्मेदार विभाग/अधिकारी जिला अस्पताल जांजगीर में व्याप्त इस तरह की कई प्रकार की अनियमितताओं को लेकर सरकार की मंशानुरूप आम जनता के लिए किस तरीके से व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने हेतु प्रयास करते हैं कि सुगमता व सरलता से सभी स्वास्थ्य सुविधाएँ सुलभ हों।
चिकित्सकों की OPD में समय पर उपलब्धता हो सुनिश्चित करने हेतु प्रयास किये जाने की प्रभावी रूप से जरूरत। वर्तमान में विभिन्न स्तर पर सरकारी सिस्टम को दुरुस्त करने सरकार द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं जिसमें प्रमुख रूप से अधिकारियों कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु बायोमेट्रिक मशीनें लगाने /दुरुस्त करने जोर दिया जा रहा है जिमसें इसी कड़ी में जिला अस्पताल में भी OPD हेतु चिकित्सकों की उपस्थिति को समय पर करने हेतु कारगर होगा अगर वो लगने के बाद बार बार बिगड़ने न लग जाय तो।