छत्तीसगढ़

पुरुष नसबंदी पखवाड़ा 21 से: घर-घर जाकर बताए जाएंगे परिवार नियोजन के फायदे

Nilmani Pal
18 Nov 2022 11:48 AM GMT
पुरुष नसबंदी पखवाड़ा 21 से: घर-घर जाकर बताए जाएंगे परिवार नियोजन के फायदे
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जगदलपुर। परिवार नियोजन के लिए महिला नसबंदी के साथ ही पुरुष नसबंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिले में 21 नवंबर से पुरुष नसबंदी पखवाड़ा शुरू किया जाएगा जो कि 4 दिसंबर तक चलेगा। यह पखवाड़ा दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान विभिन्न जनजागरूकता कार्यक्रमों के साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष शिविर लगाकर पुरुष नसबंदी के फायदे बताए जाएंगे। इस पखवाड़े के पहले चरण में लाभार्थियों को पुरुष नसबंदी की जानकारी दी जाएगी और उन्हें इसे अपनाने के लिए तैयार किया जाएगा। जबकि दूसरे चरण में चिन्हित लाभार्थियों को सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

इस बारे में सीएमएचओ डॉ.आर.के.चतुर्वेदी ने बतायाः "परिवार नियोजन साधनों के प्रचार-प्रसार पर स्वास्थ्य विभाग का पूरा फोकस है। पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य जनसाधारण को सीमित परिवार के के प्रति जागरूक करना है। साथ ही इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन की जानकारी देना, परिवार नियोजन के स्थाई-अस्थाई साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। पुरुष नसबंदी पखवाड़ा को दो चरण में बांटा गया है। इसमें पहला चरण मोबिलाइजेशन और दूसरा सेवा वितरण चरण के रूप में मनाया जाएगा। पहला चरण 21 से 27 नवंबर तक मनाया जाएगा। वहीं दूसरा चरण 28 नवंबर से 4 दिसंबर तक मनाया जाएगा। परिवार नियोजन के महत्व के बारे में जागरूकता कार्यक्रमों के लिये खंड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से दी जाएगी। परिवार नियोजन साधनों से होने वाले लाभ के बारे में मोबाइल,मीडिया, प्रचार वैन के द्वारा भी दी जाएगी"

आगे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया: "स्वास्थ्य विभाग की ओर से जनसंख्या नियंत्रण के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि आज लोग परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों का उपयोग कर रहे हैं। बस्तर जिले में परिवार नियोजन के तरीकों के इस्तेमाल में बीते पांच वर्षों में लगभग 9 प्रतिशत की वृद्धि हुयी है। वर्तमान में गर्भनिरोधक साधनों का उपयोग करने वालों का प्रतिशत 45.2 से बढ़कर 54.2 हुआ है। परिवार नियोजन को लेकर लोगों के व्यवहार परिवर्तन की जरूरत है। पुरुष नसबंदी सरल, सुरक्षित और आसान विधि है, इसलिए योग्य और इच्छुक लाभार्थी आगे आकर इस विधि का चुनाव करें तथा इसका लाभ उठायें।"

सरल है पुरुष नसबंदी...

पुरुष नसबंदी, महिला नसबंदी से अपेक्षाकृत अधिक सरल है। इसके बावजूद भ्रम, सामाजिक मान्यताओं और पुरुष प्रधान समाज होने के कारण लोग इसे अपनाने से कतराते हैं। पुरुष नसबंदी में बिना चीरा के नसबंदी के बाद व्यक्ति को किसी प्रकार के आराम की विशेष आवश्यकता नहीं होती। इससे न ही किसी प्रकार की कमजोरी आती है और न ही यह वैवाहिक जीवन को प्रभावित करता है। नसबंदी के बाद कम से कम तीन माह यौन संबंधों से परहेज रखना चाहिए अथवा कंडोम का उपयोग करना चाहिए क्योंकि शुरुआती 3 माह तक प्रजनन की स्थितियां रहती हैं।

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