छत्तीसगढ़
तैयार आश्रय स्थलों का संचालन जल्द शुरू करें नगरीय निकाय: सुयोग्य कुमार मिश्र
Shantanu Roy
24 Feb 2022 3:03 PM GMT

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छत्तीसगढ़
राज्य स्तरीय आश्रय स्थल निगरानी समिति की बैठक में अध्यक्ष सुयोग्य कुमार मिश्र ने कहा
कोरोना काल में आश्रय स्थलों की बेहतर उपयोगिता के लिए समिति ने की सराहना
रायपुर। दीनदयाल अंत्योदय योजना के अंतर्गत गठित राज्य स्तरीय आश्रय स्थल निगरानी समिति की सप्तम बैठक अध्यक्ष सुयोग्य कुमार मिश्र की उपस्थिति में आयोजित हुई। बैठक में आश्रय स्थलों की स्वीकृति, निर्माण, प्रगति एवं संचालन पर विस्तृत चर्चा कर दिशा-निर्देश दिए गएं। बैठक में अध्यक्ष श्री मिश्र ने निर्देशित किया है कि जिन आश्रय स्थलों का कार्य पूर्ण हो चुके है, वहां रूकावटों को दूर कर उनका संचालन जल्द शुरू करें।
बैठक में यह भी कहा गया है कि आश्रय स्थलों के लिए चिन्हांकित भूखंडों में निर्माण कार्य संचालित करें एवं ऐसे भूखंड जहां अतिक्रमण की स्थिति के कारण निर्माण कार्य की प्रक्रिया अवरूद्ध है, वहां त्वरित कार्यवाही कर आश्रय स्थल का निर्माण सुनिश्चित किया जाएं। उन्होंने कहा है कि अतिक्रमण की वजह से निर्माण कार्य में विलंब होने पर अब आश्रय स्थल निरस्तीकरण की कार्यवाही भी की जाएगी।
बैठक में श्री मिश्र ने कहा कि जो आश्रय स्थल पूर्ण हो चुके हैं, उसकी जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए एवं इसके लिए बस स्टैंड, रेल्वे स्टेशन, प्रमुख बाजारों एवं सार्वजनिक स्थलों पर आश्रय स्थल के संबंध में सूचना पट्टिका लगाकर जन सामान्य को इसकी उपलब्धता की जानकारी दी जाए। इस बैठक में समिति के सदस्य गौतम बंदोपाध्याय, रायपुर नगर पालिक निगम आयुक्त प्रभात मलिक, शहरी विकास अभिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सौमिल रंजन चौबे, शहरी विकास अभिकरण के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशीष टिकरिया, उप मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेंद्र कुमार दोहरे, परियोजना अधिकारी गोपालराम साहू भी सम्मिलित रहे।
रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सभाकक्ष में आयोजित निगरानी समिति की इस सातवीं बैठक में छत्तीसगढ़ शहरी बेघर नीति-2020 पर चर्चा की गई एवं छठवीं बैठक में समिति द्वारा दिए गए निर्देशों के परिपालन में की गई कार्यवाही की जानकारी समिति को दी गई, साथ ही पूर्ण रूप से निर्मित आश्रय स्थलों की कोरोना काल में बेहतर उपयोगिता के संबंध में भी समिति को अवगत कराया गया। इस दौरान बैठक में रायपुर नगर निगम आयुक्त प्रभात मलिक ने समिति को अवगत कराया कि रायपुर में पंडरी बस स्टैण्ड के समीप 80 बिस्तरों वाला आश्रय स्थल एवं भीमराव अम्बेडकर वार्ड मोवा में 50 बिस्तरों का आश्रय स्थल संचालित है, जिनका उपयोग कोरोना की विषम परिस्थितियों में बाहरी व्यक्तियों को क्वॉरेंटाईन करने के लिए भी किया गया।
वर्तमान में तिल्दानेवरा, धमतरी, महासमुंद, सरायपाली, बलौदाबाजार, दुर्ग, कवर्धा, भिलाई, बेमेतरा, अहिवारा, जामुल, कुम्हारी, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, बालोद, जगदलपुर, बीजापुर, कोंडागांव, कांकेर, नारायणपुर, अम्बिकापुर, सूरजपुर, जशपुर, बलरामपुर, बैकुण्ठपुर, सारंगढ़, रायगढ़, मुंगेली, बिलासपुर, चांपा, दीपिका, गरियाबंद, दंतेवाड़ा में आश्रय स्थल संचालित किए जा रहे हैं। बैठक में नगर पालिक निगम राजनांदगांव के आयुक्त आशुतोष चतुर्बेदी, नगर निगम धमतरी के आयुक्त मनीष मिश्रा, नगर निगम भिलाई के उपायुक्त सुनील अग्रहरी, रतनपुर के सीएमओ मनीष वारे, भाटापारा के सीएमओ लाल अजय बहादुर सिंह, खैरागढ़ सीएमओ कुलदीप झा, नगर निगम कोरबा के कार्यपालन अभियंता आर.के. महेश्वरी सहित नगर निगम एव नगर पालिका परिषदों के अधिकारी एवं अभियंता उपस्थित रहे।
दीनदयाल अंत्योदय योजना के तहत शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित इस समिति को अवगत कराया गया कि राज्य में 55 आश्रय स्थल स्वीकृत हैं, जिनमें से 39 आश्रय स्थल वर्तमान में संचालित हैं एवं 04 आश्रय स्थलों का निर्माण कार्य अंतिम चरण पर है एवं 5 आश्रय स्थल निर्माण पूर्ण होकर असंचालित एवं 3 निविदा प्रक्रियाधीन हैं। इस योजना के तहत आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आश्रय स्थल निर्मित कर बेघर व्यक्तियों एवं परिवारों को निश्चित समयावधि के लिए ठहराने हेतु व्यवस्था नगरीय क्षेत्रों में की जाती है। ज्ञातव्य है कि कोरोना काल में छत्तीसगढ़ के विभिन्न नगरीय निकायों में निर्मित आश्रय स्थलों में ही हजारों बेघर परिवारों को मूलभूत सुविधाओं के साथ ठहराने की समुचित व्यवस्था की गई, जिसकी आज समिति की बैठक में सराहना भी की गई।

Shantanu Roy
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