UPSC स्टूडेंट के हत्यारे गिरफ्तार, लाश सड़क में फेंककर हुए थे फरार
बिलासपुर। UPSC छात्र यश साहू की हत्या के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। छात्र की हत्या त्रिकोणीय प्रेम संबंध के चलते प्रेमिका के पहले प्रेमी ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर की थी। यश साहू को कोचिंग सेंटर से आरोपी ने अगवा किया था और एक बंद पड़े ढाबे में लाकर अपने दो अन्य दोस्तों के साथ बेल्ट, डंडे से पिटाई की थी। अधमरा होने पर ऑटो में बैठाकर उसे गुम्बर चौक के पास फेंक दिया था। मामले में मुख्य आरोपी राहुल नामदेव सहित तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
दरअसल, 6 जून को दोपहर करीब 3 से 4 बजे के बीच थाना सिरगिट्टी क्षेत्र के गुम्बर चौक के के पास 20 वर्षीय युवक का शव मिला था। घटना की खबर मिलते ही एसपी संतोष सिंह ने शव की शिनाख्त कर आरोपीयों की गिरफ्तारी दिए। पुलिस ने एक विशेष टीम बनाकर मामले की जांच शुरू की। मृतक के मोबाईल से मिले नंबर के आधार पर मृतक की पहचान यश साहू उर्फ टीनू पिता राजेश साहू 20 वर्ष ग्राम लखनपुर जिला सरगुजा के रूप में की गई। वर्तमान में मृतक मंगला चौक बिलासपुर में रहकर दिल्ली IAS कोचिंग में पढ़ाई कर रहा था। पुलिस ने मंगला चौक स्थित कोंचिग इंस्टीट्यूट के सीसीटीवी कैमरा, शहर के लगभग 200 अलग-अलग स्थानो में लगे सीसीटीवी को खंगाला।
इस दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक का चकरभाठा क्षेत्र की एक युवती से प्रेम संबंध था। साथ ही उसी युवती का चकरभाठा के राहुल नामदेव नामक युवक से भी प्रेम संबंध था। राहुल नामदेव अधिकतर अपनी प्रेमिका को कोचिंग संस्था के आसपास देखने भी आता था। इस बीच राहुल को पता चला कि प्रेमिका का यश साहू के साथ भी प्रेम संबंध है। इस जानकारी के बाद आरोपी आक्रोशित हो गया और मृतक यश साहू को प्रेमिका से दूर रहने की चेतावनी भी दिया। इसके बाद 6 जून को राहुल कोचिंग संस्था पहुंचा, जहां पर यश साहू और अपनी प्रेमिका को साथ देखकर आग बबूला हो गया।
यश साहू को सबक सिखाने और मारने के लिये प्लाॅन योजना बनाया। प्लानिंग के तहत ही राहूल नामदेव ने यश को कोचिंग संस्था से बाहर बुलाया और अपने स्कुटी में बैठाकर मारपीट करते हुये चकरभाठा ले गया। राहुल ने यहां पर अपने अन्य साथी विनय सांडिल्य, उमेश वर्मा को भी लाठी डण्डा लेकर ढाबे में बुलवाया। इसके बाद तीनों ने मिलकर यश की लाठी डण्डा और बेल्ट से बेरहमी से पीटाई की। अधमरा हो गया उसके बाद आरोपी राहुल नामदेव को यह आभास हो गया कि यश साहू की मौत हो सकती है।
पुलिस में पकड़े जाने के डर से यश को अधमरा हालत में अपनी स्कूटी में बिठाकर चकरभाठा हाईकोर्ट मोड के पास ले गया। इसके बाद एक ऑटो में बिठाकर अस्पताल भेज दिया। रास्ते में जब युवक की मौत हो गई तो ऑटो वाले ने मृतक का शव गुम्बर चौक सिरगिट्टी पास फ़ेंक कर फरार हो गया। मामले में मुख्य आरोपी राहुल नामदेव द्वारा अपने अन्य साथियों विनय सांडिल्य, उमेश वर्मा के साथ मिलकर हत्या की बात कबूल की है। सभी आरोपीयो को अलग-अलग जगहोँ से घेराबंदी कर पकड़ा गया है। घटना में प्रयुक्त बेल्ट, लकडी का डण्डा तथा घटना में प्रयुक्त स्कुटी व मारूती ब्रेजा कार को जप्त कर तीनों आरोपीयों को यश साहू की हत्या करने के जुर्म में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर न्यायालय पेश किया जाएगा।