छत्तीसगढ़
सरस्वती शिशु मंदिर की भूमि पर बेजा कब्जा, प्रशासन ने चलाया बुलडोजर
Shantanu Roy
5 March 2024 10:13 AM GMT
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छग
महासमुंद। बागबाहरा में सरस्वती शिशु मंदिर की भूमि पर हुए बेजा कब्जा पर प्रशासन ने कल बुलडोजर चला दिया। इस कार्रवाई में वहां बने 27 मकानों को तीन जेसीबी लगाकर तोडक़र हटाया गया। इसमें 15 मकानों में लोग आवासरत थे तथा 12 खाली अथवा अपूर्ण मकान थे। भारी भरकम पुलिस बल की उपस्थिति में हुई इस कार्रवाई में प्रशासन के कड़े रुख को देखते हुये प्रभावित लोग परिवार के साथ एनएच पर जा बैठे। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बाद वे वहां से हटे। प्रभावित परिवारों को वैकल्पिक आवास व्यवस्था तक के लिये सांस्कृतिक भवन में शिफ्ट किया गया है तथा उनके लिये दोपहर में भोजन की व्यवस्था भी की गई है। उल्लेखनीय है कि लगभग डेढ़ माह पूर्व वहां प्रशासन ने बेदखली की कार्रवाई की थी।
व्यवस्था देखने वहां पहुंचे अपर कलेक्टर रवि कुमार साहू ने वहां व्यवस्था का जायजा लिया। बाहर इस भवन से नगर के विभिन्न स्कूलों में पढऩे जाने वाले बच्चों को होने वाली परेशानी की बात पर संबंधित स्कूल तक जाने के स्कूली वाहन की व्यवस्था का आश्वासन तथा भवन में बतौर सुरक्षा पुलिस बल लगाने का आश्वासन दिया। आक्रोशित माहौल के कारण कार्रवाई को थोड़ी देर के लिए स्थगित कर देना पड़ा था। कल सुबह पूरे दल बल के साथ बड़ी संख्या में प्रशासन के अधिकारी पुलिस बल की उपस्थिति में लगभग साढ़े सात बजे से बेजा कब्जे व बेदखली की कार्रवाई शुरू की। अधूरे खाली मकानों के जेसीबी से हट के बाद जैसे ही आवासीय कब्जों, मकामों को हटाने का काम शुरू हुआ, आक्रोशित महिलाएं नोटिस नहीं मिलने व समय की बात को लेकर जेसीबी के सामने डट गईं। महिला पुलिस के द्वारा हटाने के दौरान झूमा-झटकी भी हुई। लेकिन उनका विरोध अधिक देर तक नहीं चला। प्रशासनिक अधिकारियों,नपा ने उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था के लिये पीएम आवास तहत भूमि एवं आवास देने की बात कही। लेकिन यह समझाइश बहस का रूप लेने लगी और लोग अपने घरों के सामने खड़े होकर प्रशासन को कोसते रहे।
प्रशासन के कड़े रूख को देखते हुये लोगों ने स्वयं तथा नपा कमांडों के साथ घरों का सामान निकालना शुरू किया। कुछेक लोगों के लिये अधिकारियों को घर से बाहर निकलने की समझाइश आदि में बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। आवास की तात्कालिक व्यवस्था हेतु प्रभावितों के लिये नपा के सांस्कृतिक भवन में व्यवस्था कर प्रशासन ने उनके घरेलू सामान को वहां शिफ्ट करने की व्यवस्था की तथा दोपहर में उनके लिये भोजन की व्यवस्था की। प्रशासन की बेदखली कार्रवाई से आक्रोशित प्रभावित लोग सिटी सिनेमा के पास अपने परिवार के साथ एनएच परआकर बैठ गये थे। वहां नपा सहित अधिकारियों ने समझाइश देते हुये उन्हें भूमि उपलब्ध करा पीएम आवास के तहत पक्के मकान बनाने का आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर वे सांस्कृतिक भवन जाने के लिए तैयार हुए। कार्रवाई के दौरान कब्जाधारियों ने बताया कि दोहरी रेलवे लाइन निर्माण के दौरान हुए बेदखली के समय उन्होंने लगभग इस वर्ष उक्त भमि पर ईंट के कच्चे मकान बनाकर धीरे-धीरे आवास व्यवस्था के लायक बनायी थी। उन्होंने बताया कि आज की कार्रवाई में उन्हें किसी प्रकार का नोटिस नहीं दिया गया था।
इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि पूर्व में भी इन्हें नोटिस दिया था। लेकिन इन सभी ने नोटिस नहीं लिया। लिहाजा उनके घरों में नोटिस चस्पा कर दिया गया था। कार्रवाई के संबंध में अपर कलेक्टर रवि कुमार साहू ने बताया कि उन्हें पूर्व में भी नोटिस जारी किया गया था। उक्त भूमि सरस्वती शिशु मंदिर की है। उन्होंने बताया कि प्रभावितों के पुन:स्थापन के लिये स्थल चिन्हाकिंत कर घर बनाकर दिया जायेगा। वर्तमान में सांस्कृतिक भवन में इनके वैकल्पिक आवास की व्यवस्था की गयी है। इस कार्रवाई में जिला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव, अनुविभागीय राजस्व अधिकारी श्रृृष्टि चन्द्राकर, उमेश कुमार साहू महासमुंद तहसीलदार शेखर मंडई, अतिरिक्त तहसीलदारए लीलाधर कंवर, भवानी शंकर साहू, नायब तहसीलदार हरीश ध्रुव के अलावा नपा सीएमओ बर्मन सहित विभिन्न थानों के प्रभारी पुलिस बल, विद्युत विभाग के अधिकारी नपा एवं राजस्व अमला शामिल था।
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