रायपुर। राज्य सरकार के तीन वर्ष पूरे होने के अवसर पर राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान में विकास प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। बीते 3 फरवरी से शुरू हुई प्रदर्शनी 6 फरवरी तक चलेगी। यहां विभिन्न विभागों की विकास गाथा को आकर्षक अंदाज में पेश किया गया है। खादी एवं ग्रामोद्योग, वन विकास एवं रोजगार मिशन के अंतर्गत विभिन्न तरह के कार्यों में लगी महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा भी स्टॉल लगाए गए हैं। विकास प्रदर्शनी में कोरिया की महिला गृह उद्योग की सदस्य नीलिमा चतुर्वेदी का अनूठा प्रयास देखने को मिला। यहां वह महिला स्व-सहायता समूह के विभिन्न स्टॉलों में जाकर उनके बनाए समान खरीद रही हैं। वह इन समानों को अपने क्षेत्र की दूसरी महिलाओं को दिखाकर नवाचार के लिए प्रेरित करना चाहती हैं।
साइंस कॉलेज मैदान में लगी विकास प्रदर्शनी में एक महिला अपने कुछ साथियों के साथ महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित विभिन्न स्टॉलों में हस्तकला और हस्तशिल्प के समान खरीदते दिखीं। पूछने पर उन्होंने बताया कि वह स्वयं महिला गृह उद्योग कोरिया की सदस्य है और प्रदर्शनी में उनका भी स्टॉल है। दूसरे स्टॉलों से अलग-अलग तरह के हस्तशिल्प के समान की खरीदी को लेकर उन्होंने बताया कि राज्य के विभिन्न स्थानों पर महिला स्व-सहायता समूह की बहनें बांस, काष्ठ, छिंद घास, सवई घास, खजूर पत्ता, ताड़ पत्ता और मिट्टी से लेकर लोहे तक के आकर्षक डेकोरेटिव आइटम्स और घरेलू इस्तेमाल के समान बना रही हैं। वे इन समानों को ले जाकर अपने क्षेत्र में विभिन्न महिला समूहों के बीच दिखाएंगी और उन्हें भी ऐसे सामान बनाने और अपने लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। जरूरत पड़ने पर वह छत्तीसगढ़ के दूसरे जिलों की महिला स्व-सहायता समूहों से भी संपर्क कर अपने क्षेत्र की महिलाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था करेंगी। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा लगाई गई इस विकास प्रदर्शनी की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से नए अवसरों की जानकारी मिलती है। स्वरोजगार की नई संभावनाओं का भी पता चलता है।