केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने की राज्यों संग अहम बैठक, दिए ये निर्देश
दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों और ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के खतरे के बीच रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों को कहा कि वे ओमिक्रॉन वेरिएंट को फैलने से रोकने के लिए अपनी तैयारी तेज कर दें. इसके अलावा 3 जनवरी से 15-18 साल के किशोरों के लिए शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान को लेकर भी चर्चा की गई. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कई देशों में पहले के मुकाबले कोविड-19 के मामलों में तीन से चार गुना बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. मांडविया ने कहा, "ओमिक्रॉन वेरिएंट ज्यादा संक्रामक दिख रहा है, संक्रमण के मामले ज्यादा बढ़ने से स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित हो सकती है. इसलिए स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत बनाने में कोई कसर ना छोड़ें. निगरानी को बढ़ाएं और टीम बनाकर रोकथाम के उपायों को तेज करें. इसके अलावा टेस्टिंग बढ़ाएं और संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए कड़े प्रतिबंध लगाने पर विचार करें."
राज्यों की तारीफ करते हुए उन्होंने आगे कहा, "हमने कोविड-19 महामारी के खिलाफ अब तक पूरी ताकत से लड़ाई लड़ी है और ओमिक्रॉन वेरिएंट से भी इसे दोहराना होगा." मांडविया ने बैठक के बाद ट्विटर पर बताया, "राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ देश में कोरोना की स्थिति, ऑमिक्रॉन, टीकाकरण, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर, बच्चों के टीकाकरण, ऑक्सीजन समेत हर पहलू पर विस्तार से चर्चा की. मेरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना से लड़ाई में हम सब मिलकर काम करेंगे."
इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों को सोमवार से शुरू हो रहे 15-18 साल के किशोरों के टीकाकरण और 10 जनवरी से 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को प्रीकॉशन डोज पर भी ध्यान केंद्रित करने को कहा है. उन्होंने 90 फीसदी वैक्सीन की पहली डोज लगाने के राष्ट्रीय औसत से पीछे राज्यों को टीकाकरण अभियान तेज करने का निर्देश दिया है. किशोरों को लगने वाले टीकों और 60 साल या उससे अधिक आयु के लोगों को दी जाने वाली प्रीकॉशन डोज के लिए टीके का विकल्प सिर्फ 'कोवैक्सीन' होगा . स्वास्थ्य मंत्रालय ने वैक्सीनेशन टारगेट पूरा करने में विफल रहने को लेकर छपी एक रिपोर्ट को लेकर बताया कि यह गुमराह करने जैसा है और पूरी तस्वीर नहीं दिखाती है. मंत्रालय ने कहा, "भारत का कोविड टीकाकरण अभियान कई विकसित पश्चिमी देशों के मुकाबले सबसे सफल और सबसे बड़ा रहा है."
भारत में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से जुड़े अब तक 1,525 मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार सुबह बताया कि संक्रमण के ये मामले 23 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में सामने आए हैं और इनमें से 560 लोग या तो स्वस्थ हो गए हैं, या देश से चले गए हैं. महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन संक्रमण के सबसे अधिक 460 मामले सामने आए हैं और इसके बाद दिल्ली में 351, गुजरात में 136, तमिलनाडु में 117 और केरल में 109 मामले सामने आए हैं.
देश में रविवार को कोविड संक्रमण के 27,553 नए मामले सामने आए. इसके बाद संक्रमण के मामले बढ़कर 3,48,89,132 हो गए हैं. इसके साथ ही 284 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,81,770 हो गई. मंत्रालय ने बताया कि एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 1,22,801 हो चुकी है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.35 फीसदी है. देश में अभी तक कोविड-19 वैक्सीन की 145.44 करोड़ से अधिक डोज दी जा चुकी हैं.