छत्तीसगढ़

दोपहिए से हो रही गांजे-अफीम की तस्करी, उड़ीसा से पहुंच रही खेप

Admin2
20 March 2021 5:43 AM GMT
दोपहिए से हो रही गांजे-अफीम की तस्करी, उड़ीसा से पहुंच रही खेप
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महासमुंद से निकल कर राजधानी के रास्ते पहुंचती है यूपी, बिहार, पंजाब

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में नशे की तस्करी भारी मात्रा में चले जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य के महासमुंद जिले के रास्तों से बहुत भारी मात्रा में गांजे की खेप रायपुर के रास्तों से होकर यूपी, बिहार जाती है। मगर जैसे-जैसे पुलिस ने चेकिंग पॉइंट बना दिए तब से गांजा तस्कर अपने दिमाग के घोड़े दौड़ाने लगे है। शहर भर में गांजा पीने वालों की होड़ भी लगी है। रायपुर के हर इलाके में गांजा तस्कर घूमते-फिरते रहते है जिसके चलते युवाओं के हाथ में भी गांजे की पुडिय़ा आसानी से मिल जाती है। गांजा तस्करी के लिए अब युवाओं ने मोटरसाइकल को ही अपना हथियार बना लिया है। युवा बाइक में ही पुलिस से बचने के लिए तस्करी करते है। चौक-चौराहों में पुलिस की सख्ती से और चेकिंग से बचने के लिए गांजा अब बाइक से ही गांजा एक राज्य से दूसरे राज्य लेकर जाते है। ताकि पुलिस से बचने के लिए दुपहिया में किसी भी गली में छुपा जा सके।

जनता से रिश्ता ने पहले भी किया आगाह: जनता से रिश्ता ने अपने समाचार पत्र के माध्यम से कई महीनों से आगाह करते आ रहा है कि उड़ीसा से महासमुंद और महासमुंद के रास्ते से रायपुर वो भी मोटरसाइकल से तस्कर तस्करी करते जा रहे है। पुलिस से बचने के और पुलिस द्वारा चौक-चौराहों पर लगाए गए चेकिंग से बचने के दुपहिया से गलियों में भी भाग जाते है। रायपुर में गांजा की तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। सभी थाना क्षेत्रों में लगातार गांजे का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। हालांकि पुलिस कार्रवाई भी कर रही है। गांजा की तस्करी व व्यवसाय करने वाले आरोपियों के खिलाफ भी पुलिस एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई करती है।

जिले में डीलर हो रहे तैयार : रायपुर जिले में गांजा की सप्लाई ओडिशा से होती है। हालांकि जिले में भी कई डीलर तैयार हो गए हैं। ये थोक व्यवसायी ओडिशा से गांजा लाते हैं और जिले में खपाते हैं। गांजा न केवल शहरों बल्कि गांवों में भी आसानी से मिल जाता है। शहरों और गांवों में संचालित किराना दुकानों व पान दुकानों में गांजा की पुडिय़ा आसानी से पांच रुपए में उपलब्ध हो जाती है। दाम कम होने के कारण इसे कोई भी खरीद लेता है।

प्रेस के नाम का हो रहा दुरुपयोग : वाहनों में प्रेस लिखवाना अब फैशन बन गया है। ऐसे लोग जिनका दूर-दूर तक मीडिया से किसी प्रकार नाता नहीं होता वे लोग भी अपने छोटे-बड़े सभी वाहनों में प्रेस लिखाकर रौब दिखाते रहते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सामान आपूर्ति करने वाले व्यापारी तक अपने चार पहिया वाहनों में प्रेस लिखाकर सामान बेचते रहते हैं। गांजा तस्करी करने वाले लोग भी अब अपनी बाइक में प्रेस लिखाकर गांजा की तस्करी करते है। आमतौर पर ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई से बचने और पार्किंग पर लगने वाले शुल्क से बचने के लिए भी लोग प्रेस का स्टीकर लगाते हैं।

तस्कर गुर्गो को करते सेट : रायपुर में गांजा तस्करों को पकडऩे के बाद पुलिस कार्रवाई तो करती है मगर आरोपी से यह जानने की शायद कोशिश नहीं की जाती कि आखिर उसे गांजा की सप्लाई कौन करता है। पुलिस के सूत्र बताते हैं कि गांजा पकडऩे के बाद प्रकरण की विवेचना और कागजी कार्रवाई इतनी कठिन है कि विवेचक उसी में उलझ कर रह जाता है।

मुख्य सरगना की ओर ध्यान ही नहीं देता। जबकि लोगों का आरोप है कि पुलिस सरगना का पता तो लगा लेती है किंतु उसके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उससे सेटिंग कर लेती है। यही वजह है कि कई बार पकड़ाने के बाद भी आरोपी फिर से इस अवैध काम में लग जाता है।

गांजा की तस्करी पुलिस के लिए चुनौती : गांजा की अवैध तस्करी पर रोक लगाना पुलिस के लिए चुनौती से कम नहीं है। बड़ी मात्रा में परिवहन करने वालों को नियंत्रित करने के बाद अब पुलिस का पूरा फोकस फूटकर विक्रेताओं की दुकानदारी समाप्त करने की है। इसके लिए ऑपरेशन क्लीन चलाया जा रहा है। जिसके तहत जिले के सभी थाना क्षेत्रों में गांजा बेचने वालों को पकड़ा जा रहा है।

बाइक में गांजा तस्करी करते दो गिरफ्तार

राजधानी के कई इलाकों को नशे के काले कारोबार से रोकने के लिए नशे की तस्करी करने वालों की पुलिस गिरफ्तारी करती जा रही है। नशे के सौदागरों के खिलाफ पुलिस का भी एक्शन मोड़ चालू है। रायपुर पुलिस और सायबर सेल की टीम द्वारा मुखबीर लगाकर लगातार पेट्रोलिंग से जानकारी इक्क्ठा की जा रही थी। इसी दौरान सायबर सेल की टीम को सूचना मिली कि धरसींवा थाना क्षेत्र अंतर्गत सिलयारी में दो व्यक्तियों द्वारा सी डी डीलक्स मोटर सायकल में गांजा की तस्करी की जा रही है। पुलिस ने सिलयारी रेलवे फाटक के पास सी डी डीलक्स मोटर सायकल क्रमांक सी जी/04/एम एन/0689 को आता देख टीम के सदस्यों द्वारा मोटर सायकल को रूकवाने का प्रयास करने पर मोटर सायकल के चालक ने वाहन को तेज गति चलाते हुये भागने की कोशिश की।

जिस पर टीम ने दौड़ाकर वाहन और उसमें सवार व्यक्तियों को पकड़ा गया। पूछताछ में व्यक्तियों ने अपना नाम दीपक साहू और संजू राम साहू होना बताया। टीम के सदस्यों द्वारा उनके पास रखें झोला की तालाशी लेने पर झोला में मादक पदार्थ गांजा रखा होना पाया गया। आरोपियों के कब्जे से 12 किलो गांजा जिसकी कीमत लगभग 1 लाख रूपये है।

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