राज्यसभा के 2 बाहरी नाम प्रदेश का मान-सम्मान का तिरस्कार है : संजय श्रीवास्तव
रायपुर। स्वार्थ की राजनीति करने वाली कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के 3 करोड़ लोगों का तिरस्कार करते हुए राज्यसभा में नाम भेजने आउटसोर्सिंग का सहारा लिया है, छत्तीसगढ़ से राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन को राज्यसभा प्रत्याशी बनाया गया है. कांग्रेस के ने लिस्ट जारी किया है. राजीव शुक्ला कांग्रेस नेता तो वहीं रंजीत रंजन बिहार के बाहुबली नेता पप्पू यादव की पत्नी हैं, श्री संजय श्रीवास्तव जी प्रदेश प्रवक्ता, भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ की रिक्त दोनों राज्यसभा सीटों पर कांग्रेस आलाकमान के फैसले पर बाहरी उम्मीदवार तय किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल किया है कि वे यह बताएं कि अब उनका तथाकथित छत्तीसगढ़ियावाद कहां छुप गया है, प्रदेश के इस अपमान पर श्री संजय श्रीवास्तव जी ने ट्वीट कर विरोध जताया उन्होंने कहा कि खुद की कुर्सी पर खतरा न पैदा करते हुए भूपेश बघेल ने यह फैसला किया है, इससे यह साफ है कि भूपेश बघेल ठेके पर प्रदेश चला रहें हैं यह प्रदेश का अपमान है और प्रदेश किसी भी सूरत पर यह अपमान बर्दास्त नहीं करेगा।
क्या यही भूपेश बघेल का छत्तीसगढ़ प्रेम है? इस बार भी भारतीय जनता पार्टी ने लगातार कहा कि छत्तीसगढ़ से राज्यसभा में छत्तीसगढ़ के लोगों को ही भेजना चाहिए तब कांग्रेस कह रही थी कि भाजपा को इस बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। क्यों नहीं है? क्या राज्यसभा की सीटें 10 जनपथ की हैं या छत्तीसगढ़ की हैं? छत्तीसगढ़ के किसी भी मामले में भारतीय जनता पार्टी और छत्तीसगढ़ का एक-एक नागरिक बोलने का पूरा अधिकार रखता है लेकिन छत्तीसगढ़ के बारे में बोलने का, छत्तीसगढ़ के हक की बात करने का अधिकार यदि कोई नहीं रखता है तो 10 जनपद के दरबार में घुटने टेकने वाले भूपेश बघेल नहीं रखते हैं।