जनता से रिश्ता में प्रकाशित खबर रंग लाई
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों को छुटभैये नेता थाने से ही मुचलके पर छुडा ले जाने की खबर है
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। जनता से रिश्ता में प्रकाशित खबर को संज्ञान में लेते रायपुर पुलिस प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है. भाठागांव नया बस स्टैंड में सक्रिय अवैध टिकट दलालों पर शिकंजा कसा है। जानकारी के मुताबिक गुरुवार सुबह झारखंड जाने वाले यात्रियों से फर्जी टिकट दलाल लूटपाट कर रहे थे। जिसकी सूचना एक यात्री ने पुलिस को दी। जिस पर तत्काल टिकरापारा पुलिस पहुंची और दो आरोपियों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। वही एक अन्य दलाल फरार बताया जा रहा है। जानकारी ये भी मिल रही है कि छुटभैये नेता आरोपियों को छुड़ाने सक्रिय हो गए है। थाने पहुंचे है। इस मामले में टिकरापारा टीआई अमित बेरिया ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
भाटागांव बस स्टैंड अपने निर्माण से लेकर शिफ्टिंग तक दादागिरी और आपराधिक तत्वों की जद में रहा है। टिकट का खेल तो पुराना है, अब शिकायत होने के बाद मामले सामने रहा है। सूत्रों की मानें तो छुटभैया नेताओं का गिरोहफर्जी टिकट दलाल को एपाइंट करते है। इस टिकट दलाली मामले में पूरा रैकेट काम कर रहा है। जिस पर अंकुश लगाने की गरज से पुलिस प्रशासन को अब आई कार्ड बनाने की मुहिम चलाना पड़ा है। गुरुवार को फर्जी टिकट दलाल झारखंड के एक यात्री को शिकार बनाया जिसकी शिकायत टिकरापारा थाने में गई। पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़ कर थाने ले आई । जैसे ही टिकट दलाल की गिरफ्तारी की खबर छुटभैया नेता और उससे जुड़े पार्षद ने अपने गुर्गे को छुड़ाने के लिए अपने रसूख का उपयोग करने में सफल हो गए, पता चला कि फर्जी टिकट बेचने वाले दलाल को पार्षद और छुटभैया नेता ने थाने से ही निजी मुचलके पर छुड़ा लिया है।
आई कार्ड बनाने के शिविर में भी दबंगई
बसों की टिकट बुकिंग के लिए ट्रैवल्स एजेंसी से जुड़े दलालों के लिए आईकार्ड बनाने की मुहिम शुरू होने के बाद भी राजनीतिक रसूख वाले अपने टिकट वेंडरों के नाम भेजे है लेकिन आई कार्ड बनाने के लिए शिविर में नहीं पहुंचकर वहां के अधिकारियों को फोटो, नाम देकर आर्डकार्ड बनाने कह दिया है।
सरकार और प्रशासन टिकट दलालों पर कितना भी सख्त कार्रवाई कर ले टिकट दलाली का काम रोके नहीं रूक रहा है। वहां सुबह से ही अन्य राज्य में जाने वाली बसों के टिकट बकिंग करने वाले फर्जी वेंडर सक्रिय हो जाते है।
प्रशासन में भी माना ज्यादाती हो रही है भाटागांव बस स्टैंड में गुंड़ों मवालियों का आतंक बरकरार है। यात्रियों को जबरन बसों में बैठाने के लिए ठेका लेते है। मजे कि बात यह है कि इन गुंड़ों और अवैध ट्रैवल्स एजेंटों को स्थानीय नेताओं का संरक्षण होता है और बस पैक कराने के बदले मोटी रकम लेते है। जिसके गुर्गे सुबह से ही यात्रियों की तलाश में जुट जाते है।
प्रशासन ने बस स्टैंड को गुंडा मुक्त बनाने की ठानी
टिकट दलालों के आई कार्ड बनाने के उद्देश्य यही है कि बस स्टैंड में अनाधिकृत दलाल यात्रियों शिकार नहीं बना सके। इसलिए शिविर लगाकर आईकार्ड बनाया जा रहा है ताकि वैध ट्रैवल्स एजेंट ही टिकट बुकिंग करें।