छत्तीसगढ़
पढ़ाई में मन नहीं लगने से घर से भागे खरसिया के दो बच्चे
Shantanu Roy
15 Dec 2022 12:58 PM GMT

x
छग
रायगढ़। पुराना मंगल बाजार खरसिया के पास रहने वाले दो नाबालिग लड़के- 11 और 9 साल के एक साथ स्कूल जाने के नाम पर घर से निकले थे जो शाम तक घर नहीं आए । दोनों बच्चों के परिजन बच्चों के स्कूल और पूरे खरसिया शहर में अपने स्तर पर देर शाम तक दोनों लड़कों का पता किये। इस दौरान उन्हें रेलवे स्टेशन खरसिया के पास चप्पल, जूता बनाने वाला व्यक्ति दोनों बच्चों को एक साथ ट्रेन में चढ़ते देखना बताया। दोनों बच्चों के परिजन दूसरे दिन पुलिस चौकी खरसिया आकर बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराए। चौकी प्रभारी खरसिया उपनिरीक्षक अमिताभ खांडेकर ने धारा 363 आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दिया गया। एसडीओपी खरसिया निमिषा पाण्डेय द्वारा चौकी प्रभारी खरसिया को खरसिया स्टेशन से उस समय गुजरने वाली ट्रेनों की जानकारी लेकर संबंधित जीआरपी, आरपीएफ को गुम बच्चों के फोटोग्राफ्स शेयर कर नाबालिगों के गुम रिपोर्ट को गंभीरता से लेने निर्देशित की।
चौकी प्रभारी खरसिया एसआई अमिताभ खांडेकर ने रेल्वे खरसिया से जानकारी लेने पर पता चला कि उस समय केवल अप ट्रेनें ही बिलासपुर की ओर गई है। चौकी प्रभारी ने बिलासपुर जीआरपी, आरपीएफ और चाइल्डलाइन को गुम बच्चों के फोटोग्राफ्स शेयर कर पतासाजी करने कहा गया । जीआरपी द्वारा आगे स्टेशन में बच्चों के फोटो प्रसारित किए गए जिससे दोनों बच्चों को ट्रेन से पेंड्रा रेलवे स्टेशन में उतारा गया। जहां चाइल्ड लाइन द्वारा दोनों बालकों को बिलासपुर लाया गया और खरसिया पुलिस को सूचना दी गई, खरसिया पुलिस को सूचना मिलते ही उसी समय सड़क मार्ग से बिलासपुर जाकर दोनों बच्चों को सकुशल वापस रायगढ़ लेकर आई । बच्चों के माता-पिता के समक्ष पुलिस चौकी खरसिया के बालमित्र पुलिस अधिकारी द्वारा नाबालिग बच्चों से पूछताछ किए जाने पर दोनों बच्चे पढ़ाई में मन नहीं लगने के कारण घर में बिना बताये ट्रेन पकड़ कर चले जाना बताए । चौकी प्रभारी खरसिया दोनों बच्चों के परिजनों को बच्चों पर पढ़ाई को लेकर अत्यधिक डांट फटकार नहीं करने कहा गया है और काउंसलिंग बाद दोनों बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया है।
Next Story