बिलासपुर। राजस्थान से आकर छत्तीसगढ़ में फार्म हाउस बनाकर खेती कर रहे एक किसान का अपहरण कर लिया गया। जबलपुर के रास्ते में उसकी हत्या करके लाश फेंक दी गई। घटना में शामिल दो भाइयों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, दो अन्य आरोपी फरार हैं। राजस्थान के भगवान बिश्नोई ने तखतपुर के पास बांसाझाल गांव में 60 एकड़ जमीन खरीद कर फार्म हाउस बनाया था। यहां वह सब्जी की खेती भी करता था। सब्जी की सप्लाई छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों में भी होती थी।
कुछ दिन पहले जबलपुर से मेटाडोर लेकर एक व्यापारी सगम अंसारी सब्जी लेने के लिए आया। सगम का सब्जी के भाव को लेकर भगवान से विवाद हो गया और उसने माल भरने से इनकार कर दिया। इससे दोनों में झगड़ा हो गया। विवाद बढ़ने पर भगवान ने सगम अंसारी की पिटाई कर दी। भगवान के दबाव में आकर सगम ने सब्जियां गाड़ी में डलवा ली और वापस जबलपुर पहुंच गया। इस बीच 3 सितंबर को अचानक भगवान बिश्नोई गायब हो गया। उसके भाई श्रवण ने जूनापारा पुलिस चौकी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए सगम अंसारी के साथ हुई मारपीट की जानकारी दी।
जांच के लिए पुलिस की एक टीम जबलपुर रवाना हुई। पुलिस ने वहां से पूछताछ के बाद सनम अंसारी के भाई गुलशेर अहमद को हिरासत में ले लिया। गुलशेर ने बताया कि भगवान विश्नोई ने उसके भाई से मारपीट की थी जिसका बदला लेने के लिए वह बांसाझाल पहुंचा। उनके साथ सगम, ट्रांसपोर्टर अनु गौर और गुलशन भी थे। फार्म हाउस से बाहर बुलाकर उन्होंने भगवान बिश्नोई को जबरदस्ती अपनी कार में बिठाया और जबलपुर की ओर ले गए। रास्ते में कवर्धा जिले के कुंडा के पास उन्होंने भगवान विश्नोई की पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद लाश को सड़क के किनारे फेंक कर जबलपुर वापस आ गए। पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार किया है। ट्रांसपोर्टर अनु गौर तथा गुलशन की तलाश की जा रही है। घटना में प्रयुक्त कार भी जब्त की गई है।