कोरबा। वनांचल और आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले के कटघोरा क्षेत्र में दबे पांव धर्मातरण के मामले सामने आते रहे है। फ़िलहाल ताजा मामला कटघोरा नगरपालिका क्षेत्र के तहसील भांठा के वार्ड क्रमांक 02 का है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यहाँ के एक परिवार ने रहवासी इलाके के बीच अपने घर को चर्च में तब्दील कर लिया है। इतना ही नहीं बल्कि यहाँ हरदिन प्रार्थना, सभा का आयोजन कराया जा रहा है। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि एक तरफ सभा के नाम पर शोर-शराबा से सभी नागरिक परेशान है तो दूसरी तरफ पैसे और गिफ्ट का लालच देकर गरीब परिवारों का खुलेआम धर्मांतरण कराया जा रहा है। यहाँ हर इतवार बड़े पैमाने पर भीड़ भी जुटती है जिनमे बुजुर्ग से लेकर महिलायें और मासूम बच्चे भी शामिल होते है। इन्हे धार्मिक प्रवचन दिया जाता है।
बताया गया कि सालों से जारी इस गतिविधि को लेकर पूर्व में भी शिकायत की गई थी। 8 अक्टूबर की दोपहर सन्डे सभा के नाम पर फिर से घर यानि चर्च पर लोगों का जमावड़ा हुआ और सभा का आयोजन किया जाने लगा। तेज आवाज में जारी इस सभा के शुरू होते ही मोहल्लेवासियों का गुस्सा फूट पड़ा और सभी इस कथित चर्च के सामने जा पहुंचे। हंगामा होता देख इसकी सूचना फ़ौरन कटघोरा पुलिस को दी गई। हालात की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पहुंची पुलिस ने बीच बचाव किया और फिर नाराज लोगों को समझाइस दी। नाराज लोग इस बात पर अड़े रहे कि सभा को बंद कराया जाएं और इस पूरी संदिग्ध गतिविधि पर रोक लगाईं जाएँ। वार्ड के लोगों की नाराजगी को देखते हुए चर्च में जुटे लोगों को पुलिस ने अपनी मौजूदगी में बाहर निकाला और उन्हें वापिस सुरक्षित घर भेजा। बहरहाल इस पूरे प्रकरण को देखते हुए मोहल्ले में पुलिस अपनी मौजूदगी बनाये हुए है।
इस पूरे प्रकरण पर अनुविभाग के एसडीओपी पंकज ठाकुर से भी चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि मामला सीधे तौर धर्मांतरण से नहीं बल्कि सभा और शोरगुल से जुड़ा है। शिकायत मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी और फिर आपसी रजामंदी, सुलह से प्रकरण का पटाक्षेप कर लिया गया है। शांति और कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए कटघोरा पुलिस पूरी तरह प्रतिबद्ध है।