रायपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने पर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि ये उनका अपना निर्णय है। उन्हें लग रहा होगा कि कांग्रेस में अब उनके काम करने के लिए जगह नहीं है।
टीएस सिंहदेव ने कहा कि मत में भले चाहे जो भी अंतर हो, लेकिन हर किसी के मन की कुछ अभिलाषाएं होती हैं, मेरी भी हैं, आपकी भी होंगी और अगर उनकी पूर्ति नहीं हो रही है, तो सार्वजनिक पटल पर अपनी भावनाओं को व्यक्त करना अनुशासन के दायरे के बाहर हो जाता है। उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद काफी समय से मुखर होकर पार्टी के अंदर की बातों को सार्वजनिक मंच पर रख रहे थे। फिर भी पार्टी ने उनके कद और सम्मान का ध्यान रखते हुए कोई कार्रवाई नहीं की।
टीएस सिंहदेव ने कहा कि हाईकमान ने काफी संयम बरता और न तो आजाद के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई और न तो उन्हें सार्वजनिक मंच पर कभी टोका गया। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि हर किसी की अलग राय हो सकती है, क्यों नहीं हो सकती और होनी भी चाहिए, लेकिन अभिव्यक्ति एक दायरे में ही होनी चाहिए, एक फोरम पर होनी चाहिए। इसलिए अगर गुलाम नबी आजाद भी पार्टी के फोरम पर अपनी बात रखते तो अच्छा था।