पखांपुर। प्रतापपुर इलाके के करकाघाट और तुमराघाट में खुले बीएसएफ कैम्प को हटाने को लेकर पिछले चार दिनों से क्षेत्रीय ग्रामीण पखांजुर में अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि करकाघाट और तुमराघाट में खुले बीएसएफ कैम्प को तत्काल हटाया जाए। अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन का आज चौथा दिन है लेकिन अब तक कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिलने से नाराज लोगों ने अब उग्र रूप ले लिया है। इस विरोध प्रदर्शन में शामिल क्षेत्रीय सरपंच और जनपद सदस्य समेत जिला पंचायत सदस्य समेत क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने पखांजुर एसडीएम को अपना इस्तीफा पत्र सौंपा है।
उन्होंने साथ ही चेतावनी भरे शब्दों में कहा है कि यदि जल्द ही उनकी मांग पूरी नहीं होती तो क्षेत्र के तमाम सरपंच और जनप्रतिनिधियों के दल सामूहिक इस्तीफा देंगे। विरोध प्रदर्शन में शामिल जनप्रतिनिधियों ने विधायक और सांसद जैसे नेताओं पर भी उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। जनप्रतिनिधियों का कहना है कि हम पिछले चार दिनों से अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हजारों की संख्या में महिला पुरुष शामिल हुए हैं लेकिन विधायक और सांसद भी अब तक इस आंदोलन में अपना समर्थन देने नहीं पहुंचे है और न ही उनकी तरफ से कोई बातचीत की पहल की गई।
सांसद और विधायक द्वारा अब तक इस आन्दोलन में समर्थन न देने से आंदोलनकारी काफी नाराज हैं। बता दें कि लोगां का कहना है कि उन्हें बीएसएफ कैम्प की आवश्यकता नहीं है। उन्हें क्षेत्र में विकास और मूलभूत सुविधाओं की आवश्यकता है। इस बीएसएफ कैम्प को सरकार ने खनिज सम्पदा लूटने के लिए खोला है।