रायपुर। छत्तीसगढ़ में बेहतर यातायात व्यवस्था हेतु अंतर्विभागीय लीड एजेंसी (सड़क सुरक्षा) द्वारा अपील की गई है कि सड़क सुरक्षा हम सबका कर्तव्य और हम सबकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। इसे ध्यान में रखते हुए अंतर्विभागीय लीड एजेंसी से सोशल मीडिया में जुड़कर छत्तीसगढ़ सड़क सुरक्षा अभियान के प्रोत्साहनकर्ता बने और अपने परिवार-मित्रों को भी इससे अधिक से अधिक जोड़े।
इसके तहत अपील की गई है कि अंतर्विभागीय लीड एजेंसी द्वारा सोशल मीडिया के विभिन्न एप्प- ट्वीटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम तथा यू-ट्यूब में तैयार नवाचार का प्रयोग करते हुए सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक नागरिक बनें और सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम में अपनी अहम भागीदारी निभाएं। एजेंसी द्वारा सोशल मीडिया के इन माध्यमों में ट्वीटर तथा यू-ट्यूब में 'रोड सेफ्टी सीजी' और इंस्टाग्राम तथा फेसबुक में 'सड़क सुरक्षा मितान' के नाम से नागरिकों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक बनाने का कार्य किया जा रहा है। इनमें राज्य में बेहतर यातायात व्यवस्था हेतु यातायात नियमों के पालन तथा प्रशिक्षण आदि यातायात के मार्गदर्शिका सिद्धांतों के बारे में विस्तार से अवगत कराया गया है।
गौरतलब है कि प्रदेश बनने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में हर श्रेणी के वाहनों को बढ़ते देखा गया। शहरों के साथ-साथ गांवों में, और गांवों-से-शहरों तक पहुँचने में सड़कों के गुणवत्तापूर्ण निर्माण, चौड़ीकरण और विस्तार से, प्रदेश की जनता को आवागमन की सहूलियत तो मिली, पर 'सड़क सुरक्षा' के लिए चुनौतियां भी। वाहनों की संख्या और रफ्तार बढ़ने से 'सड़क सुरक्षा' और यातायात के नियमों और व्यवस्था को एक नए नजरिए से देखने की जरूरत महसूस हुई।
सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड सेफ्टी के दिशा-निर्देश के अनुपालन में, 'सड़क सुरक्षा' और सड़कों पर हादसों के रोकथाम जैसे गंभीर विषयों को समझने, पॉलिसी और दिशा-निर्देश बनाने और जागरूकता लाने के उद्देश्य से, इंटर डिपार्टमेंटल लीड एजेंसी (रोड सेफ़्टी) की परिकल्पना की गयी। इस एजेंसी के क्रियान्वयन और प्रयासों से पिछले कुछ ही वर्षों में प्रदेश में श्सड़क सुरक्षाश् के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव दिखने लगे। हादसों के आकलन और कारण समझने लीड एजेंसी द्वारा पूरे प्रदेश में नियमित भ्रमण कर निगरानी रखी जा रही है।
पिछले कुछ वर्षों में, किसी भी महत्वपूर्ण अथवा संवेदनशील विषय को जन-जन तक पहुंचाने में सोशल मीडिया की एक अभूतपूर्व भूमिका परिलक्षित हुई है। जागरूकता से जुड़े मुद्दों के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए इसकी पहुंच महत्वपूर्ण है। 'सड़क सुरक्षा' जैसे गंभीर विषय को छत्तीसगढ़ की जनता के लिए, सहजता और सरलता से समझने, अपनाने और जीवन का हिस्सा बनाने की दृष्टि से लीड एजेंसी ने सोशल मीडिया हैंडल बनाए हैं। इसके अंतर्गत फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम और यू-ट्यूब के जरिए सम्बंधित जानकारी, जागरूकता सामग्री का प्रचार-प्रसार नियमित किया जा रहा है। अंतर्विभागीय लीड एजेंसी (सड़क सुरक्षा) द्वारा सोशल मीडिया में लोगों की स्वीकार्यता और सक्रियता को देखते हुए अपील की गई है कि वे इंटर डिपार्टमेंटल लीड एजेंसी (रोड सेफ़्टी) को अपना बहुमूल्य वक्त, प्रतिक्रियाएं और मार्गदर्शन प्रदान करें, जिससे हम इन सोशल मीडिया हैंडल्स को और प्रभावी बना सके तथा सुरक्षा का संदेश जन-जन तक पहुंचा सके।