जलप्रपात में उमड़े सैलानी, प्राकृतिक के सुंदरता के हुए कायल
केशकाल। बारिश आते ही कई राज्य जलमग्न हो गया है तो कई राज्यो में अभी तक अच्छी बारिश नहीं हो पाई है। इसी तरह बारिश होते ही बस्तर के जलप्रपातों की सुंदरता और अधिक बढ़ जाती है। बस्तर का प्रवेश द्वार कहलाने वाले केशकाल विकासखंड का कुएंमारी क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक जलप्रपात ऐसे हैं जो प्राकृतिक सौंदर्यता और मनमोहक दृश्यों के लिए प्रदेश के मानचित्र में अपना अलग स्थान बना चुके हैं। बारिश का मौसम शुरू होते ही इन जलप्रपात का लुत्फ उठाने के लिए कोंडागांव जिले के साथ- साथ अन्य जिलों व राज्यों से भी सैलानी पहुंचते हैं।
बता दें कि कुएंमारी का पूरा क्षेत्र चट्टानों से घिरा है, लेकिन बरसात आते ही इन चट्टानों के बीच से पानी निकलना शुरू हो जाता है। चट्टानों से निकलते पानी का रफ्तार इतना तेज रहता है कि कुछ दूर जाकर एक झरना का रूप ले लेता है साथी चट्टानों के बीच से निकलते पानी को अपने खेतों में भी उपयोग करते हैं। ग्राम कुएंमारी से लगा हुआ मिड़दे जलप्रपात बारिश के समय आकर्षण का केंद्र बना हुआ है यहां प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में सैलानी जलप्रपात का आनंद उठाने आते हैं। यह लगभग 100 फ़ीट की ऊंचाई से गिरने वाले इस जलप्रपात की खूबसूरती देखते ही बनती है।