![सर्दी का टार्चरः अलाव के सहारे जिंदगी जी रहे लोग सर्दी का टार्चरः अलाव के सहारे जिंदगी जी रहे लोग](https://jantaserishta.com/h-upload/2023/01/07/2402846-untitled-55-copy.webp)
गरियाबंद। गरियाबंद में आज सर्दियों के सीजन का सबसे ठंडा दिन (coldest day of this season in Gariaband ) रहा. शनिवार को तापमान 8 डिग्री सेल्सियास से भी नीचे चला गया, सुबह से ही हाड़ कंपाने वाली ठंड जारी है। रात में न्यूनतम तापमान डिग्री दर्ज किया गया। यह सीजन का सबसे कम न्यूनतम तापमान था। दिन निकलने के बाद भी कुहासा छाया रहा। ठंड के प्रकोप अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सुबह भी तापमान 8 डिग्री पर पहुँचा । जिससे सूर्य देव के दर्शन देर हुए । सड़कों पर शिख से नख तक गर्म कपडो से शरीर ढके होने के बावजूद भी लोगों की कंपकंपी थमने का नाम नहीं ले रही थी।
गरियाबंद के बस स्टैंड और देवभोग रोड में सबसे ज्यादा कोहरा दिखाई दिया। आधी रात ही सड़कों पर घना कोहरा दिखने लगा। सुबह होते-होते सड़कों पर सिर्फ कोहरे की सफेद चादर ही नजर आई। कुछ इलाकों में विजिबिलिटी महज 05 मीटर ही रही, जिसकी वजह से वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह से ही लोग अलग-अलग जगह ठंड से बचने के लिए अलाव के सहारे बैठे दिखे।
दरअसल उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में हो रही जबरदस्त बर्फबारी और वेस्टर्न डिस्टरबेंस के साथ वहां से आ रही बर्फीली हवाओं के चलते तापमान में एक बार फिर गिरावट देखी जा रही है. मौसम विभाग द्वारा सैटेलाइट पिक्चर भी जारी की गई है, जिसमें स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है कि पूरा मध्य भारत के इस वक्त शीतलहर की चपेट में है.रायपुर मौसम विभाग वैज्ञानिको के अनुसार कम दबाव का क्षेत्र मध्य अंडमान सागर और उसके आसपास स्थित है. इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है. इसके पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए आज प्रबल होकर और अवदाब के रूप में परिवर्तित होने की संभावना है
अधिकांश लोगों ने घर के अंदर रखा और खुद को गर्म रखने के लिए स्पेस हीटर और गर्म चाय के कपों की ओर रुख किया,पूरा गरियाबंद जिला इस वक्त शीतलहर की चपेट में है. वहीं अगले दो-तीन दिन तक इसी तरह की स्थिति बने रहने की संभावना जताई गई है.