छत्तीसगढ़

तोरला के फूड पॉयजनिंग मरीजों की स्थिति खतरे से बाहर

Shantanu Roy
28 Jan 2023 12:11 PM GMT
तोरला के फूड पॉयजनिंग मरीजों की स्थिति खतरे से बाहर
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कवर्धा। कबीरधाम जिले के पंडरिया विकासखंड के तहत ग्राम तोरला (नवापारा) में फूड पॉयजनिंग की घटना को कलेक्टर जनमेजय महोबे ने तत्काल संज्ञान में लिया। घटना को संज्ञान में लेते हुए स्वास्थ्य अमला अर्लट हो गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पंडरिया से 108 एम्बुलेंस रवाना की गई और फूड पॉयजनिंग के शिकार ग्रमीणों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पंडरिया में भर्ती कराया गया। जहां सभी का उपचार चल रहा है। बीएमओ ने बताया कि सभी खतरे से बाहर है। कलेक्टर ने दूरभाष पर सीएमएचओ और बीएमओ पंडरिया से चर्चा कर पूरी घटना की जानकारी ली और फूड पॉयजनिंग के बाद उल्टी से प्रभावित गांव के सभी घरों के प्रत्येक सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने शुद्ध पेयजल, जल स्त्रोतों को क्लोरीकरण कराने के निर्देश भी दिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थय अधिकारी डॉ. सुजॉय मुखर्जी ने बताया कि घटना 26 जनवरी की है। ग्राम तोरला (नवापारा) ग्राम महली सेक्टर के अंतर्गत आता है। बसंत पंचमी के दिन शासकीय प्राथमिक शाला तोरला में एक आयोजन के बाद खीर-पूड़ी का वितरण किया गया। इसके बाद ग्रामीणों को उल्टियां होनी शुरू हुई। इसकी जानकारी मिलते ही मरीजों को 108 एम्बुलेंस के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पंडरिया में भर्ती कराया गया। मरीजों को बेहतर जांच, उपचार एवं आवश्यक सलाह अस्पताल के चिकित्सीय स्टॉप द्वारा त्वरित स्वास्थ्य मुहैया कराई जा रही है। वर्तमान में सभी भर्ती मरीजों की स्थिति खतरे से बाहर है।
जांच में पाया गया कि खीर-पूड़ी बासी होने की वजह से फूड पॉयजनिंग हुई। उन्होंने किसी भी आयोजन में किसी भी प्रकार के खाद्य पदार्थ (बासी) का वितरण अथवा सेवन नहीं करने की सलाह दी है। खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. स्वपनिल तिवारी ने बताया कि 28 जनवरी को ग्राम तोरला (नवापारा) में स्वास्थ्य विभाग के 6 टीमों द्वारा प्रत्येक घर-घर जाकर सर्वे कार्य किया जा रहा है एवं प्रभावित मरीजों को उचित उपचार तथा आवश्यक स्वास्थ्य शिक्षा (शुद्ध पेयजल, जल स्त्रोतों को क्लोरीकरण, हाथ धोने की विधि आदि) जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि ग्राम तोरला (नवापारा) के सामुदायिक भवन में स्वास्थ्य शिविर लगाकर ग्रामीणों को स्वास्थय सुविधा मुहैया कराई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा ग्रामीणों को जागरूक भी किया जा रहा है। कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश के बाद ग्राम तोरला नवापारा के सभी घरों और उनके प्रत्येक सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के लिए स्वास्थ्य टीम बनाई गई है। बीएमओ डॉ. तिवारी ने बताया कि ग्राम तोरला नवापारा की कुल जनसंख्या 965 है। जिसमें कुल घर की संख्या 140 है। अब तक 121 घर के 921 सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण करा लिया गया है। गांव की स्थिति नियत्रंण में है। सर्वे के दौरान 11 लोग में आंशिक रूप से फुड पॉयजनिंग से पीड़ित मिले। सभी मरीज समान्य स्थिति में है। स्वास्थ्य टीम में डॉ. निलेश चंद्रवंशी, डॉ. नम्रता कोशले, डॉ. दीपक ध्रुव, सुपरवाईजन सुरेश कश्यप, ग्रामीण चिकित्सक सहायक हेमराज सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी, धीरेन्द्र चंद्रवंशी, एएनएम पारख चंद्रवंशी, मुमताज बेग, रूखसाना, गोदावरी भार्गव सहित टीम में अन्य सहायक शामिल है।
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