तंबाकू छोड़ रहे लोगों का मददगार बना "तंबाकू नशा मुक्ति केंद्र"
बिलासपुर। 60 वर्षीय रूद्र सिंह कहते हैं: "तंबाकू उत्पादों का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसकी जानकारी मुझे तब हुई जब मुझे शारीरिक पीड़ा झेलनी पड़ी, जिसकी वजह से मुझे अस्पताल का लंबा बिल का भुगतान करना पड़ा, दूसरों से उधार लेकर मुझे इलाज करवाना पड़ा। इसी बीच किसी ने मुझे "तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र" के बारे में बताया I कुछ माह काउंसिलिंग के बाद ही यह एहसास हुआ की सारी बीमारी की जड़ तंबाकू है। तब से मैंने तंबाकू और नशा का सेवन छोड़ने और लोगों को इसे छोड़ने के लिए प्रेरित करने का प्रण लिया। "
रोहित जो 14 साल के हैं । छोटी उम्र में ही उन्हें तंबाकू, गुटखा सेवन की आदत लग गई परिवार वालों की मदद से उन्हें नशा मुक्ति केन्द्र लाया गया। रोहित ने तंबाकू और गुटखा का सेवन छोड़ दिया है और अपने दोस्तों, रिश्तेदारों को भी इसे छोड़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसी तरह "तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र" से कई लोगों को नशा, तबाकू, गुटखा आदि का सेवन छोड़ने और स्वस्थ्य जीवन जीने की प्रेरणा मिल रही है।
उल्लेखनीय है कि वैश्विक युवा तंबाकू सर्वेक्षण 2019 के आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में 13 से 15 आयु के बच्चों द्वारा तंबाकू उपयोग का प्रतिशत 8 है। राष्ट्रीय औसत से भले ही यह आंकड़ा कम है, परंतु यह बहुत चिंताजनक विषय है। इसे देखते हुए प्रदेशभर में तंबाकू मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में बिलासपुर जिला अस्पताल में "तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र" के माध्यम से लोगों को तंबाकू छोड़ने की अपील की जा रही है। जिसका नतीजा यह हुआ है कि 16 से अधिक लोगों ने तंबाकू सेवन छोड़ दिया है और लोगों को तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने की सीख दे रहे हैं।
16 से अधिक लोगों ने छोड़ा तंबाकू सेवन- तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र के माध्यम से देखा जाए तो अभी तक 16 से अधिक लोगों ने तंबाकू सेवन छोड़ने का संकल्प लिया है। इन लोगों को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया है। तंबाकू व नशा छोड़ने वालों में मुख्य रूप से 12 साल के किशोर से लेकर 60 साल के बुजुर्ग भी शामिल हैं। तंबाकू उत्पादों और नशा सेवन छोड़ने वालों का कहना है "छोड़बो तंबाकू गढ़बो नवा छत्तीसगढ़।"
1,782 पहुंचे केंद्र जिन्हें मिली काउंसिलिंग- सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन ने बताया "तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला अस्पताल में तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र स्थापित किया गया है। जहां पर तंबाकू और अन्य तरह के तंबाकू उत्पादों का सेवन करने वालों की काउंसिलिंग और चिकित्सकीय परामर्श प्रदान किया जाता है। जनवरी 2021 से दिसंबर 2021 तक 1,782 लोगों की काउंसिलिंग की गई, जिनमें 83 प्रतिशत पुरुष और 17 प्रतिशत महिला यानि 1,483 पुरूष और 299 महिलाओं की काउंसिलिंग की गई। इतना ही नहीं तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र (टीसीसी) ओपीडी में जनवरी 2021 से दिसंबर 2021 के दौरान पहुंचने वाले जिन्हें काउंसिलिंग दी गई उनमें मुख्य रूप से बीड़ी का सेवन करने वाले 133 लोग, सिगरेट का सेवन करने वाले 139 , खैनी का सेवन करने वाले 149 लोग, गुड़ाखू का सेवन करने वाले 346 और गुटखा का सेवन करने वाले 249 लोग भी शामिल थे।"