सबसे अच्छा गुरु, शिष्य और सबक है समय : पंडित प्रदीप मिश्रा
बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के ग्राम कोकड़ी में चल रहे शिव महापुराण कथा के छठवें दिन कथा को सुनने जनसैलाब उमड़ रहा है। नजारा ऐसा था मानो कथा नहीं मेला लगा हो। सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने लाखों श्रद्धालु बलौदाबाजार पहुंचे थे। जिस स्थल पर कथा हो रही है, वह मैदान भक्तों से जनसैलाब उमड़ा आया। पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का ही असर है कि घर-घर में रविवार को शिव जी की पूजा की जा रही है। उनका एक लोटा जल सभी समस्याओं का हल इस सरल मूल मंत्र को लोग अपनाते जा रहे हैं।
रविवार को पंडित प्रदीप मिश्रा ने प्रेसवार्ता कर धर्मांतरण के संबध में सवाल पूछे जाने पर कहा कि लोगों में अब जागरूकता आ रही है। लोग अपने मूल धर्म सनातन धर्म की ओर वापस आ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सनातन धर्म कहता है कि कभी भी किसी का उपहास नहीं करना चाहिए। किसी भी धर्म, सम्प्रदाय की आलोचना न करें। सभी को अपना दुःख बड़ा लगता है। अपना कर्म अच्छा और दूसरे का कर्म बुरा और छोटा लगता है। समय की अवस्था जब बदलती है तो वह सब सीखा जाता है। समय सबसे अच्छा गुरु, शिष्य और सबक है।