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सांकेतिक तस्वीर
छग
बिलासपुर। कानन पेंडारी जू में भैरव बाघ ने चेरी बाघिन के केज में घुसकर हमला कर दिया। आपसी संघर्ष में बाघिन की मौत हो गई। इसकी जानकारी सुबह जूकीपर को हुई। जब वे केज के पास पहुंचे तो चारों ओर खून फैला हुआ था। उन्होंने अफसरों को इसकी सूचना दी। इसके बाद बाघ को वहां से दूसरे केज में शिफ्ट किया गया। शव के पोस्मार्टम में बाघिन की मौत गले में हमला करने से होने की पुष्टि हुई है।
कानन पेंडारी जू में रहने वाले बाघ भैरव और बाघिन चेरी (उम्र साढ़े 13 साल) को रविवार की रात अलग-अलग केज में ही रखा गया था, लेकिन आधी रात को बाघ भैरव ने केज की जाली तोड़ तोड़कर बाघिन चेरी के केज में प्रवेश कर गया। इस दौरान दोनों आपस में संघर्ष करने लगे। वे एक-दूसरे पर कई बार पंजे से वार किए। आखिरकार भैरव बाघ ने चेरी का गला दबोच लिया।
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