
जशपुर। वर्ष 2020 और 2021 के दौरान कोरोना संकट की वजह लाखों को नौकरी गंवानी पड़ी । लाकडाउन की वजह से बेरोजगारों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। इस संकट ने एक ओर जहां देश और समाज के सामने इस संकट से उबरने के लिए एक नई चुनौती बन कर खड़ी हुई है। वहीं दूसरी ओर शातिर आपदा में अवसर तलाशते हुए बेरोजगारों को सरकारी नौकरी का सब्जबाग दिखाकर उन्हें ठगी का शिकार बना रहें हैं।
बीते चार माह में जशपुर पुलिस ने अलग अलग 7 प्रकरण में बेरोजगारों से 48 लाख 500 रूपए की ठगी के मामले को सुलझाते हुए 9 शातिर ठगों को जेल का रास्ता दिखाया है। एसपी विजय अग्रवाल ने आम लोगों से अपील किया है कि वे ऐसे किसी भी दावे की लालच में न फंसे,जिसमें रूपए लेकर सरकारी नौकरी दिलाने का दावा किया गया हो। जिले में बेरोजगारों से ठगी का सबसे बड़ा मामला बीते साल नवंबर में उजागर हुआ था।
जशपुर पुलिस ने 15 लाख की ठगी के मामले में सरगुजा जिले के लुंड्रा थाना क्षेत्र के उदारी गांव का निवासी आरोपित मोजाहिर अनवर और कुमारी केसरी तिर्की को गिरफ्तार किया था। मोजाहिद अनवर उर्फ एमडी अनवर (38) मूल रूप से सरगुजा जिले के लुंड्रा थाना क्षेत्र के उदारी गांव का रहने वाला है। इस शातिर ने खुद को मंत्रालय का बड़ा अधिकारी बताते हुए बेरोजगारों को सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर अपने जाल में फांसा करता था।
इसके लग्जरी लाइफ स्टाइल को देख कर बेरोजगारी से परेशान युवा आसानी से जाल में फंस जाते थे। जाल में फंसे युवकों से ठगी की रकम वसूल करने के लिए इस शातिर ने एजेंट बना रखे थे। वसूल की गई रकम को मोजाहिद उर्फ एमडी अनवर अली बिलासपुर के नेहरू चौक में जमा करवाया करता था। अफसरी का रौब जमाने के लिए आरोपित ने ठगी की रकम से एक सेकेंड हैंड इनोवा क्रिस्टा कार भी खरीद रखा था और महंगा मोबाइल का उपयोग करता था।
जशपुर में इस शातिर ठग ने प्रार्थिया सीमा ए सहित 10 युवाओं से तकरीबन 20 लाख रुपए ऐंठे थे। मास्टर माइंड के साथ गिरफ्तार रोहित खाखा और विवेक सोनी,केसरी तिर्की तय रकम को वसूल कर आरोपित तक पहुंचाने का काम करते थे। पुलिस ने आरोपित विवेक सोनी से 1 लाख 70 हजार की बाइक भी जब्त किया था। इसी तरह जशपुर पुलिस ने बगीचा और पत्थलगांव थाना क्षेत्र में ठगी करने के मामले में झारखंड में छिपे सुदामा दास को गिरफ्तार किया है। सुदामा दास पर 8 लाख 90 हजार की ठगी करने का आरोप है।
