एक दिन में लूट की तीन वारदात, 24 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली
राजधानी में उठाईगिरी गैंग सक्रिय
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। राजधानी में उठाईगिर गैंग की फिर एंट्री हो गई है। सोमवार को दोपहर एक घंटे के भीतर उठाईगिरों ने पेशेवर तरीके से पहले कोटा में एक युवक की बाइक में लटकी पैसों की थैली उड़ाई। उसके बाद सीधे कचहरी चौक स्थित स्टेट बैंक के सामने आकर खड़े हो गए। यहां से जेल सिपाही तीन लाख लेकर निकला। उसने पैसे मोपेड की डिक्की में रखे। घर जाते जाते रास्ते में वह टॉचलेट के लिए पंडरी बस स्टैंड गया। इसी दौरान डिक्की का लॉक तोडक़र उठाईगिर पैसे लेकर फरार हो गए। पुलिस को दोनों वारदातों के बाद भागते समय उठाईगिरों का फुटेज मिल गया है। फुटेज में एक बाइक पर दो सवार दिख रहे हैं, लेकिन उनके साथ एक अन्य बाइक चल रही है। पुलिस को शक है कि दूसरी बाइक में सवार दोनों युवक उनके साथी हैं।
यूपी और मप्र भीलवाड़ा का गैंग इसी तरीके से उठाईगिरी करता है। यूपी के मथुरा और भीलवाड़ा का गैंग किसी भी शहर में वारदात करने पूरे गैंग के साथ जाता है। एक या दो दिन में वारदातें करने के बाद गिरोहबाज उस शहर को छोड़ देते हैं। राजधानी में दो वारदातों के बाद गिरोहबाज भिलाई की ओर भागते नजर आ रहे हैं। कोटा में रहने वाले संजय कुमार(40)दोपहर लगभग 12.45 बजे एटीएम पहुंचे। एटीएम खाली था। संजय ने 40 हजार निकाले और पूरी रकम पॉलीथिन में रखकर बाइक के सामने हैंडल में लटका दिया। वहां से निकलकर संजय कोटा की ओर गए। बाइक का गियर बदलते समय उनकी चप्पल टूट गई। चप्पल ठीक करने के लिए उन्होंने गाड़ी रोकी और उसी उठाने के लिए नीचे झुके। बस इतने ही समय में पीछे बाइक में आए उठाईगिरों ने गाड़ी की हैंडल से पैसों वाली पॉलीथिन निकाली और भाग निकले। आरोपियों को पैसा निकालते एक युवती ने देखा है। उसी ने संजय को बताया कि दो युवक उनका सामन निकालकर ले गए।
जेल में पदस्थ भृत्य संदीप कछवाहे(27) अपने चाचा के साथ कचहरी चौक स्थित स्टेट बैंक गया था। उसके चाचा की एफडी है। एफडी तुड़वाकर उन्होंने 3 लाख निकाले। उन्होंने पैसे संदीप को घर ले जाने के लिए दिए। दोपहर लगभग 1.45 बजे संदीप बैंक से निकला। उसने पैसे मोपेड की डिक्की में रखे और उसे लॉक कर दिया। बैंक से निकलकर वह फाफाडीह गया। वहां कुछ सामान लेने के बाद पंडरी बस स्टैंड के भीतर गया। वहां चाय दुकान के पास मोपेड खड़ी कर टायलेट गया। फिर चाय ठेला के पास आया। उसने देखा कि उसकी मोपेड की डिक्की खुली हुई है। उसमें रखा पैसा गायब है। वह सकते में आ गया। उसने आसपास तलाश किया, होटल वाले से पूछा। किसी ने भी पैसा निकालते नहीं देखा। संजय पहले अपनी शिकायत लेकर सरस्वती नगर पहुंचे। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही थी कि उसी दौरान मैसेज चला कि पंडरी में 3 लाख की उठाईगिरी हो गई है। दोनों घटनाओं में बाइक सवारों का जिक्र था। एक के बाद एक दो वारदातों से पुलिस विभाग में खलबली मच गई। पुलिस और साइबर सेल की टीमें आनन-फानन में पीडि़तों से पूछताछ करने पहुंची।