रायगढ़। एसपी अभिषेक मीना के दिशा निर्देशन पर जिले में पशु तस्करी पर निगाह रखकर लगातार कार्रवाई की जा रही है । इसी क्रम में भोर गस्त दौरान थाना प्रभारी छाल निरीक्षक जितेंद्र एसैया को मुखबिर से सूचना मिला की खरसिया की ओर से बिना नम्बर पिकअप वाहनों में कृषक मवेशियों को ठुंस-ठुसकर बेरहमी पूर्वक भरकर छाल-घरघोड़ा के रास्ते लैलूंगा से होते झारखंड बूचडखाने ले जाया जा रहा है।
थाना प्रभारी द्वारा गस्त में लगे आरक्षकों को कार्यवाही से अवगत कराकर बांधापाली धूल चौक पर पहुंचने का निर्देश देकर स्वयं कार्यवाही के लिये पहुंचे और नाकेबंदी कर वाहनों को चेक किया जाने लगा उसी दरमियान दो बिना नंबर पिकअप वाहनें को स्टाफ द्वारा रोका गया। एक पिकअप वाहन में चालक के साथ उसका साथी तथा एक पिकअप वाहन में केवल चालक मौजूद था।
वाहनों को चेक करने पर दोनों वाहनों में 10-10 नग कृषक मवेशियों को बगैर दाना, पानी ठुस-ठुस कर भरा गया था। थाना प्रभारी जितेंद्र एसैया द्वारा वाहन चालकों से मवेशियों तस्करी के संबंध में कागजात की मांग किए जिसे पेश करने पर दोनों वाहनों के चालक असफल रहे। थाना प्रभारी द्वारा तीनों आरोपियों पर पशु क्रूरता की कार्रवाई कर आरोपियों के कब्जे से मुक्त कराए गए कुल 20 नग कृषक मवेशियों का पशु चिकित्सक धर्मजयगढ़ से स्वास्थ्य परीक्षण कराकर मवेशियों के दाने पानी की व्यवस्था के लिए खम्हार गोठान में सुरक्षित रखवाया गया है तथा आरोपियों से दोनों वाहनों को जप्त कर आरोपियों की गिरफ्तारी कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया । संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी जितेंद्र एसैया, प्रधान आरक्षक छबि लाल पटेल, आरक्षक हरेंद्र पाल सिंह, राजेश उरांव, दिलीप सिदार, धीरेंद्र कुमार की अहम भूमिका रही है।