मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से जिले के हजारों बच्चे और महिलाएं हो रही सुपोषित
सूरजपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री के मंशानुरूप सूरजपुर जिले में कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा के निर्देश एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी चन्द्रबेश सिंह सिसोदिया के मार्गदर्शन में एकीकृत बाल विकास परियोजना सूरजपुर के सेक्टर पर्री आंगनबाड़ी केन्द्र नेवरा स्कूलपारा में सेक्टर पर्यवेक्षक प्रेमलता के पर्यवेक्षण में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता राधा देवी के द्वारा कुपोषित बच्चों एवं एनीमीक महिलाओं को सप्ताह में 3 दिन सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को 6 माह से 3 साल के बच्चों के परिजनों को उनके देखभाल पोषण स्वास्थ्य स्वच्छ विषय पर परामर्श देते हुए पौष्टिक खिचड़ी, गरम भोजन का लाभ दिया जा रहा है।
इसी प्रकार 15 से 49 वर्ष की एनीमिक महिला जिनका हिमोग्लोबिन 12 ग्राम से कम है, उन्हें सप्ताह में 3 दिन सोमवार बुधवार शुक्रवार को पोषण प्रदर्शन केन्द्रों में एनीमिया से बचाव के उपाय के संबंध में जानकारी प्रदान करते हुए गर्म भोजन में चावल, मूंगदाल सोयाबीन, पापड़, गुड़ आदि का सेवन कराया जा रहा है। महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग साथ मिलकर 400 से अधिक शिविर स्थानीय आंगनबाड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रायोजित कर 5000 से अधिक महिलाओं का हीमोग्लोबिन टेस्ट कराया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 2 अक्टूबर 2019 से प्रदेश में बच्चों में कुपोषण के स्तर को कम करने एवं महिलाओं में एनीमिया को कम करने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान शुरू किया गया है। जिले में लक्ष्य सुपोषण चिरंजीव सूरजपुर सुपोषण पाठशाला हेल्थ फ्राइडे जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से निरंतर कुपोषण को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में सुपोषण प्रदर्शन केन्द्रों के माध्यम से 5000 कुपोषित बच्चों को जो 6 माह से 3 वर्ष तथा 8000 से अधिक एनीमिक महिलाओं को ताजा गर्म भोजन प्रदान करते हुए व्यवहार परिवर्तन हेतु महत्वपूर्ण गुर शिखाये जा रहे हैं। इसके साथ ही जिले के कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) के माध्यम सुपोषित करने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक इस प्रयास से जनपद पंचायत प्रेमनगर के ग्राम कोटया के लवन्या पिता झुलेन्द्र उम्र 4 साल जिसका वजन पहले 7 किलो वह अब 14 किलो, अजंली पिता नाहर सिंह उम्र 3 साल जिसका वजन पहले 8.5 किलो था अब 11 किलो, आशु पिता छत्रपाल उम्र साढ़े 4 साल जिसका वजन पहले 9 किलो था अब 12 किलो, लक्षिका पिता ठाकुर दयाल उम्र डेढ़ साल जिसका वजन पहले 5 किलो था अब 9 किलो, ग्राम सारसताल के दृष्टि पिता सुनील उम्र 3 साल जिसका वजन पहले 7 किलो था अब 14 किलो तथा ग्राम महोरापारा के सारांश पिता कबीरदास उम्र 2 साल जिसका वजन पहले 6 किलो था अब 9.5 किलो है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान एवं पोषण पुनर्वास केन्द्र के माध्यम से हजारों बच्चे एवं हितग्राही सुपोषित हो चुके हैं। सुपोषित हो चुके हितग्राहियों ने राज्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की सराहना करते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद ज्ञापित किया है।