छत्तीसगढ़

ये अंदाज जो तुमने बदला है, ये वाकई बदला है या किसी खुन्नस का बदला है

Admin2
6 Nov 2020 5:53 AM GMT
ये अंदाज जो तुमने बदला है, ये वाकई बदला है या किसी खुन्नस का बदला है
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ज़ाकिर घुरसेना/कैलाश यादव

मरवाही विधान सभा उपचुनाव 3 नवंबर को हो गया। जीत हार का फैसला 10 नवंबर को होगा जो भी हारे जीते चुनाव के दौरान जनता की पांचों ऊँगली घी में रही और वोटिंग तक चटकारे भी जमकर लेती रही। चुनाव होने तक जनता को आनी-बानी के करतब और डायलॉग सुनने को मिली।

बहरहाल जनता में खुसुर फुसुर है कि जोगी की पार्टी को भाजपा की बी पार्टी बोला जाता था, मरवाही में देख लिए। बहुत दिनों से ए टीम और बी टीम का खेल चलता रहा अब जाकर फाइनल हुआ। चुनाव में जोगी परिवार और उनकी पार्टी के उम्मीदवार का परचा निरस्त हो गया।

जोगी परिवार और उनके नेता खुलकर भाजपा के साथ हो लिए और कांग्रेस के खिलाफ जहर उगलने लगे। कांग्रेस को सबक सिखाने की बात बोलने लगे। इसी बात पर एक शायर कहता है कि ये अंदाज जो तुमने बदला है, ये वाकई बदला है या किसी खुन्नस का बदला है।

अर्णब को तो हमारे सीएम पत्रकार

ही नहीं मानते : अर्नब गोस्वामी को दो साल पुराने मामले में मुंबई में गिरफ्तारी पर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुआ। भाजपा ने तो इसे आपातकाल की संज्ञा दे दी, वहीं सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि अर्णब गोस्वामी को वो पत्रकार नहीं मानते। क्योंकि वो जिस तरह की भाषा शैली का उपयोग करते हैं और जिस एजेंडे पर वो चल रहे हैं वह पत्रकारिता नहीं हैं।

क्या छत्तीसगढ़ में कमी थी जो

नाइजीरिया से आ गए : पिछले कई महीनों से ड्रग तस्करों ने धूम मचा रखा था, पुलिस के साथ लुकाछिपी का खेल चल रहा था रोज कई धरे जा रहे थे। इसी कड़ी में कुछ नाइजीरियन भी सपड़ में आ गए। जनता में खुसुर फुसुर है कि क्या छत्तीसगढ़ में ड्रग तस्करों की कमी थी, जो नाइजीरियन भी इसमें शामिल हो गए, क्या अपराध और अवैध काम करने वालों के लिए छत्तीसगढ़ इतनी सुरक्षित हो गई है।

आरडीए घाटे में जनता क्या करें : लाक डाउन ने सबका बजट खराब कर दिया है खासकर लोन लेने वाले तो काफी हलाकान है। इसी बीच आरडीए ने नया फरमान जारी कर दिया है की जो लोग बुकिंग करने के बाद प्रापर्टी की बुकिंग निरस्त कर रहे उनका पंजीयन राशि राजसात कर ली जाएगी जनता में खुसुर-फुसुर है कि आरडीए अगर घाटे में है तो उसमे जनता का क्या दोष है ये तो ऐसा हो गया करे कोई भरे कोई।

चुनाव जो करवाए कम है : उपचुनाव छत्तीसगढ़ के साथ मध्यप्रदेश और अन्य जगह में भी है। इस दौरान नेता एक दूसरे के बारे में अनाप-शनाप बोल रहे है, लेकिन ये सब चुनाव तक ही है, चुनाव तक ही रहेगा, चुनाव निपटने के बाद सब एक थाली में खाएंगे, अभी चुनाव में कोई किसी को नंगा भूखा तो कोई गद्दार तो कोई कुत्ता बोल रहा है, ये सब चुनावी गद्दार, नंगे भूखे और चुनावी कुत्ते रहेंगे।

चुनाव के नंगा भूखा हो जायेगा मालदार, गद्दार हो जायेगा प्रेमी और कुत्ता बन जायेगा शेर।

चेंबर में चांदी काटने वालों की निकल पड़ी : चेंबर चुनाव में सुगबुगाहट के साथ व्यापारी नेताओं में होड़ मची हुई है। कौन बनेगा,. कौन खड़े होगा के कयासों के साथ कारोबारी घाटे को भी पूरा करने के लिए नेतागिरी में उतर गए है। वे लोग सक्रिय हो गए हैं जो दोनों तीनों पेनलों से पंजा लड़ा रहे है।

व्यापारियों का संगठन है भैया, बिना नफा-नुकसान देखे कोई काम नहीं करेगा, जिसमें फायदा होगा, वही सौदा करेगा। इसलिए चेंबर चुनाव में सरकार,मंत्री, जीएसटी से लेकर छापामार कार्रवाई को सेट करने वाले व्यापारी नेता की तलाश है, जो भाजपा शासन काल की तरह नए और पुराने मामलों को सुलटाने में माहिर हो।

कैट और चेंबर के सदस्य तो चुनाव को लेकर कुछ बोल ही नहीं रहे, ये माहौल तो व्यापारी नेताओं ने सरकार को जंचाने के लिए शुरू की है। ताकि केंद्र और राज्य सरकार से फ्री हैंड सहयोग मिल सके। दुकानदारों और जीएसटी वालों में जय जोहार बनी रहे, कहीं गोहार लगाने की जरूरत नहीं पड़े।

9 प्रमुख दावेदारों 9 ने किया आवेदन : अध्यक्ष के लिए अभी तक योगेश अग्रवाल, विनय बजाज, राधाकिशन सुंदरानी, लालचंद गुलवानी, रमेश गांधी, राजेंद्र जग्गी, चंदर विधानी और किशोर आहूजा समेत 9 लोगों ने आवेदन किया है। पैनल के प्रवक्ता ललित जैसिंघ ने चुनाव नहीं लडऩे का फैसला लिया है। इसी तरह महामंत्री पद के लिए अरविंद जैन,

राजेश वासवानी, चंदर विधानी समेत कई ने आवेदन किया है।

नए फरमान से एसपी-थानेदार हलाकान : डीजीपी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी आइजी और एसपी के साथ कानून व्यवस्था बनाने के साथ अवैध शराब की बिक्री पर एसपी और थानेदारों सीधे कार्रवाई की फरमान जारी की है। अवस्थी ने दो टूक कहा कि जिस भी जिले में अवैध शराब पकड़ा जाएगा वहां के पुलिस अधीक्षक (कप्तान) की जिम्मेदारी तय होगी। वहीं डीजीपी ने कहा कि महिला विरूद्घ अपराधों पर सभी जिले त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

टेंडर में गड़बड़ी होते ही रमन हुए सक्रिय : शांत प्रिय नेता की छवि वाले डा. रमनसिंह छत्तीसगढ़ में जल जीवन मिशन के टेंडर में हुई गड़बड़ी होते ही सक्रिय हो गए है। उन्होंने गड़बड़ी की जांच केंद्रीय एजेंसी से कराने की मांग की है। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. रमन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। इसमें डा. सिंह ने छत्तीसगढ़ में योजना के क्रियान्वयन में केंद्र सरकार से सीधे हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।

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