छत्तीसगढ़

ये है रायपुर किस ब्रांड का नकली सामान चाहिए मुंह मांगे दाम पर मिल जाएगा

Admin2
6 Aug 2021 5:02 AM GMT
ये है रायपुर किस ब्रांड का नकली सामान चाहिए मुंह मांगे दाम पर मिल जाएगा
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  1. नक्कालों ने संक्रमण काल में रेमडेसिविर को भी नहीं छोड़ा
  2. वनांचल और दूरस्थ गांवों में इन्होने बना रखी है फैक्ट्री, जहां करते है धड़ल्ले से नकली सामानों का निर्माण
  3. इन फैक्ट्रियों में पहुंचना आसान नहीं, पंगडंडी को बना लिया है सड़क,
  4. गांव वालों को रोजगार दोने के नाम पर सस्ते में खरीद रखी है जमीन या दे रखा है कर्ज।
  5. देखा जाये तो देश के नामचीन और बड़ी कंपनियों के नकली उत्पाद का गढ़ बन चुका है छत्तीसगढ़।

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। छत्तीसगढ़ में नकली सामानों की सप्लाई बड़े पैमाने पर हो रही है। जिसके चलते लोगों की परेशानियां ज्यादा ही गंभीर रूप लेती जा रही है। सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि बाजार में बिकने वाले नकली सामानों में एक बड़ा हिस्सा दवाओं और रोजमर्रा के जरूरत की चीजों यानी एफएमसीजी प्रोडक्ट्स का भी है। मिली जानकारी के मुताबिक रायपुर में डुप्लीकेट प्रोडक्ट जैसे कॉम्पैक्ट फाउंडेशन लैक्मे क्रीम,काजल मार्किट में आया हुआ है. जिसका सबसे बड़ा गढ़ रायपुर के बंजारी रोड है. वहां से ही पूरे छत्तीसगढ़ में स्टॉक भेजी जाती है। चिकित्स्कों की माने तो इस नकली प्रोजेक्ट से स्किन प्रॉब्लम होगा। जिससे स्किन कैंसर भी हो सकता है. शहर एक बड़े व्यापारी ललित जैसिंघ का कहना है, कि कंपनी से भी शिकायत आयी है हम नजर रखे है और जल्द इसकी शिकायत पुलिस में नाम सहित करेंगे और कड़ी करवाई की मांग करेंगे।

महामारी की आपदा में नक्कालों ने खोजा अवसर: ऑथेंटिकेशन सॉल्यूशन प्रोवाइडर्स एसोसिएशन की रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना महामारी के कारण दवाओं, हाइजिन से जुड़े उत्पादों और हेल्थ सप्लीमेंट्स की मांग में अचानक बढ़ोतरी हो गई, जिसका फायदा उठाकर बाजार में नकली उत्पादों की घुसपैठ और बढ़ गई। इस तरह के नकली सामानों की बिक्री ने महामारी पर काबू पाने के काम में लगे स्वास्थ्यकर्मियों, मरीजों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और आम लोगों की जिंदगियों को खतरे में डालने का काम किया है. रिपोर्ट के मुताबिक जिन चीजों के बाजार में नकली सामानों की सबसे ज्यादा भरमार हो गई है, उनमें दवाओं के अलावा एफएमसीजी प्रोडक्ट, अल्कोहल और तंबाकू, बोतल बंद पानी, वाहनों में उपयोग में आने वाले आइल के आलावा काजू बादाम तक नकली बिक रहे हैं। आरोपियों को छुड़ाने छुटभैय्ये नेता एवं राष्ट्रीय स्तर के व्यापारी नेताओ के सक्रीय हो जाने के कारण पुलिस भी कुछ नहीं कर पाती जबकि इनका कृत्य एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। जनस्वास्थ्य के साथ ये खिलवाड़ कर रहे हैं। जनता से रिश्ता लगातार नकली सामानो की बिक्री के खिलाफ पिछले कई महीनो से समाचार प्रकाशित करते आ रहा है। जनता से रिश्ता की खबर सच साबित भी हुई। बड़ी कंपनियों को चूना लगाने डुप्लीकेट प्रोडक्ट का अंधा मार्केट बड़ी और नामचीन कंपनियों के हूबहू ट्रेडमार्क की नकल नकली मिनरल वाटर सहित चिप्स, नड्डा, कुरकुरे, बिस्किट, चाय, काफी कोल्डड्रींक्स, साबुन, तेल, पेस्ट, डियो, फेस पैक, नेल पालिश, ब्यूटी-प्रोडक्ट, ब्लेड, शैंपू, काजू, किसमिश, लौैंग इलायची, दवाई को भी नहीं बख्श रहे। घरेलू व डेली उपयोग की नकली सामान बनाने की तिल्दा, नेवरा, भाटापारा, जांजगीर-चांपा, नैला रायगढ़, सिलतरा, मंदिर हसौद, धमतरी महासमुंद, दुर्ग-भिलाई, जगदलपुर-कांकेर में फैक्ट्रियां साप्ताहिक ग्रामीण बाजार से लेकर बड़े जिलों के मुख्य बाजारों में खपाने का गोरखधंधा कम पूंजी लगाकर रातों-रात अरबपति बनने के खेल में रसूखदारों व छुटभैय्ये नेताओं की बड़ी भूमिका है। जहां एक सिंडिकेट देश की बड़ी कंपनियों को फेल करने के इरादे से धड़ाधड़ नकली उत्पाद कर प्रदेश के बड़े बाजारों से लेकर गांव कस्बों में खपा रहा है। पिछले दिनों हिंदुस्तान लिवर लिमिटेड का भारी मात्रा में नकली चायपत्ती और क्रीम का जखीरा गोलबाजार पुलिस ने बरामद किया था । उपरोक्त नकली सामान जे एन ट्रेडर्स बंजारी चौक से बरामद हुआ था । पूरे सामान की कीमत लगभग 20 लाख की है ऐसा बताया जा रहा था . उसके खिलाफ पुलिस ने 420, 511 और 63 सहित अन्य कापी राइट सहित धाराओं के तहत कार्रवाई की गई थी । आरोपी मनीष जयसिंघानी 31 तेलीबांधा निवासी के खिलाफ अपराध दर्ज किया था । इस मामले में भी छुटभैये नेताओ का थाने में दखल था। देखा गया है कि रायपुर से ही सभी बड़े कंपनियों के नकली उत्पाद प्रदेश के बड़े मार्केट से लेकर गांवों, कस्बों के साप्ताहिक हाट-बाजारों में नकली माल खपाया जा रहा है। बड़े कंपनियों को बदनाम कर उसके ब्रांड वैल्यू को खत्म करने की सभी प्रकार की कोशिश छत्तीसगढ़ में होती है, उनके ब्रांड के नाम से अवैध रूप नकली और अमानक उपभोक्ता वस्तु को आम जनता को बेच कर जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यह दुर्भाग्य है कि छत्तीसगढ़ की जनता को धीमा जहर देने की साजिश को देखते हुए भी सक्षम विभाग मूक दर्शक बना हुआ है। प्रदेश के सभी विभाग मिलकर नकली उपभोक्ता सामानों के लिए कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं करता और जनता को नकली उपभोक्ता सामान खाने के लिए विवश किया जा रहा है। जिसके कारण छत्तीसगढ़ के लोगों को सिकलसेल, कुपोषण, लकवा, चर्म रोग, किडनी और लिवर जैसे घातक गंभीर बीमारियों जिंदगी भर झेलना पड़ता है।

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