छत्तीसगढ़

ये पब्लिक है सब जानती है, मोर "बाई हाई-फाई"

Nilmani Pal
9 Aug 2024 5:58 AM GMT
ये पब्लिक है सब जानती है, मोर बाई हाई-फाई
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ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव

raipur news रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर पार्षदों,निगम अधिकारियों के साथ 6 दिवसीय शैक्षणिक दौरे पर हवाई जहाज से बेंगलुरु और मैसूर शहर के लिए रवाना हो गए। वहां वहां वे बैंगलोर महानगर पालिका और मैसूर नगर निगम की तरफ से संचालित उत्कृष्ट परियोजनाओं का अवलोकन कर रायपुर में उन योजनाओ को लागू कर शहर को चकाचक, साफसुथरा और ट्रैफिक जाम से लोगों को निजात दिलाएंगे। इसके अलावा इन शहरों में अन्य लागू व्यवस्थाओं का भी जायजा लेंगे।जिससे रायपुर में संबंधित सुधार और नई तकनीकों को लागू करने की कोशिश करेंगे। भाजपा सरकार बनने के बाद पार्षदों का यह पहला और उनका अंतिम दौरा होगा। वहां वे वाटर ट्रीटमेंट सिस्टम के अध्ययन के लिए एक हफ़्ते बंगलौर और मैसूर में रहकर अध्ययन करेंगे इसलिए इसे शैक्षणिक दौरे का नाम दिया गया है। नगर निगम के सभापति, नेताप्रतिपक्ष और कुछ वरिष्ठ पार्षद नहीं गए हैं। जनता में खुसुर फुसुर है कि महापौर रायपुर लौटकर नगर निगम की कार्यप्रणाली में सुधार करेंगे। पांच साल तक प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी और निगम में भी कांग्रेस की सरकार है तब शारदा चौक चौड़ीकरण तो कर नहीं पाए अब वे शैक्ष्णिक भ्रमण के नाम पर सैर सपाटे करने गए हैं। कोई भी काम के लिए इच्छा शक्ति की जरुरत होती है तब काम होता है मेयर साहब, ये पब्लिक है सब जानती है। chhattisgarh news

इच्छा शक्ति की यहाँ भी जरुरत

पिछले कई महीनो से आवारा पशुओं से हो रहे हादसों के कारन जनता और सरकार दोनों चिंता में हैं। आवारा पशुओं के कारण आए दिन दुर्धटना में लोगों की मौत की खबर मिलती है तो कभी आवारा पशुओं की मौत की भी खबर मिलती है। कुछ दिन पहले तिल्दा के पास 18 गायों की मौत पर सब चिंतित दिखे, कांग्रेसी गो सत्याग्रह के बहाने अपनी दुकानदारी सजाने को तैयार हो गए हैं, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कार्य जनता को नहीं दिख रहा है। जनता में खुसुर फुसुर है कि इस काम में भी इच्छा शक्ति की जरुरत है सिर्फ बयानबाजी से काम नहीं होना है।

बेटी के जज्बे को सलाम

बस्तर के नारायणपुर जिले में 17 वर्षीय आदिवासी लडक़ी सुशीला कोर्राम ने अपने पिता सोमधर कोर्राम को 8 अज्ञात हमलावरों से बचाया। उसने हमलावर से कुल्हाड़ी छीनकर अपने घायल पिता को बचाया। राज्यपाल ने सुशीला को राजभवन में सम्मानित करने का निर्देश दिया है। बस्तर के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में सोमवार को 17 वर्षीय एक आदिवासी लडक़ी सुशीला कोर्राम अपने पिता की जान बचाने के लिए बदमाशों से भिड़ गई। उसके पिता सोमधर कोर्राम पर 8 अज्ञात लोगों ने कुल्हाड़ी व हथियार से हमला किया। बहादुर बेटी ने हमलावर के हाथ से कुल्हाड़ी छीन ली और घायल पिता को भीतर कमरे में बंदकर शोर मचाया। इसके बाद हमलावर भाग खड़े हुए। राज्यपाल रमेन डेका ने सुशीला को राजभवन बुलाकर सम्मानित करने के निर्देश दिए है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि अगर हर घर में सुशीला जैसी बेटी हो तो प्रदेश में अपराध कम हो जाएंगे। प्रदेश की तीन करोड़ जनता में सुशीला को जज्बे को सलाम किया है।

इच्छा शक्ति जागृत करें

केंद्र सरकार प्रदेश में सस्ती कीमतों पर दवाएं उपलब्ध कराकर समाज के सभी वर्गों के बीच कल्याण और कल्याण को बढ़ाना चाह रही है । रोजगार के अवसर करने और पीएमबीजेके खोलने के लिए उद्यमियों के लिए नए रास्ते तैयार करना है।इस योजना के तहत, पीएमबीजेके को वांछनीय यात्री सुविधा माना जाएगा। रेलवे वाणिज्यिक आधारों पर लाइसेंसधारियों द्वारा संचालन के लिए स्टेशनों के परिचालित क्षेत्र और उपनगरों में निर्मित आउटलेट प्रदान किया जाएगा। आउटलेट सुविधाजनक स्थानों पर सर्कुलेटिंग एरिया स्थित होंगे, ताकि आने वाले और बाहर जाने वाले दोनों यात्रियों को लाभ हो। जनता में खुसुर-फुसुर है कि रेलवे पहले तो रेल अपनी टइम -टेबल की तबीय़त ठीक कर दे उसके बाद यात्रियों के बारे में सोचे। नहीं तो मुगालते में कोई गोली खाकर नहीं आया तो लोगों को लेने के देने पड़ जाएंगे।

अपने-अपने तिरंगे वाली राजनीति

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीय जनता पार्टी हर घर तिरंगा अभियान चलाएगी। इसे लेकर भाजपा के नेता तैयारियों में जुटे हुए हैं। अब इसके जवाब में कांग्रेस पार्टी ने बड़ा कदम उठाया है। 9 अगस्त को कांग्रेस क्रांति दिवस मनाएगी। इस दौरान कांग्रेस आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रध्दांजलि देगी। शहर, नगर और ब्लॉक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के छायाचित्र पर माल्यार्पण की जाएगी। जनता में खुसुर-फुसुर है कि राजनीति का स्तर वर्तमान में इतना गिर गया है कि राजनीतिक पार्टियां हर मामले में राजनीतिक लाभ के ले लिए लालायित दिखती है। आजादी का जश्न तो कम से कम बिना राजनीति के मनाने की इच्छा शक्ति जागृत करें.। ताकि भारत की एकता और अखंडता को बाहरी तत्व लाभ नहीं उठा सके। नहीं तो बांग्ला देश का द्श्य सामने है जो ज्यादा दूर नहीं है। अब सतर्क राजनीति की जरूरत आ पड़ी है।

दवाई के मामले में दारू जैसा ट्रीट

मंत्री जायसवाल ने दवा खरीदी के पुराने अनुबंध को निरस्त कर दिया है। साथ ही अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि जेम पोर्टल से ही दवाइयां, चिकित्सा उपकरण, रीएजेंट व अन्य सामान की खरीदी की जाएगी। गरीबों को मिलने वाली दवाई में डाका डालने वालों ने खरीदी को लेकर विभाग हमेशा सुर्खियों मे रहा है। पुराने खरीदी का हिसाब -किताब ही नहीं हुआ है और नई खरीदी के लिए तैयारी शुरू हो गई । यानी पुराने दुकान बंद कर दिए गए । जनता में खुसुर -फुसुर है कि जिस व्यवस्था को पहले सुधरना चाहिए वो सबसे बाद में सुधारने की चेतना जागती है। ये हर सरकार की कहानी है । आखिर दवाई को दवाई क्यों नहीं समझ जाता इसे दारू जैसा क्यों टीट किया जाता है।

मोर "बाई हाई-फाई" हो गे हे

महिला सशक्तिकरण पर निर्मित छत्तीसगढ़ी फि़ल्म "मोर बाई हाई-फाई" फि़ल्म को देखने बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंच रही है। फि़ल्म को देखकर महिलाएं काफ़ी खुश नजर आई। स्वच्छता बहने फि़ल्म के मुख्य कलाकार प्रकाश अवस्थी को अपने बीच पाकर काफी खुश हुई। स्वच्छता पर आधारित फिल्म में महिलाऔं की भागीदारी को प्रमुखता से स्थान दिय़ा गया है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा छत्तीसगढ़ी भाषा के माध्यम से करने वाले कलाकारों को सरकार को प्रोत्साहन की दरकार है। वैैसे सरकार ने एक हीरो को तो विधायक बनाकर प्रतिनिधित्व दिया है इसी तरह छत्तीसगढ़ी सेवकों को सरकार होसला अफजाई करें। क्योंकि अब "मोर बाई हाई-फाई" हो गे हे। काबर के वो हर महतारी वंदन के लाभ ला पावत हवय।

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