रायपुर. रायपुर के दीनदयाल ऑडिटोरियम में बाल दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें शामिल होने के लिए प्रदेशभर से प्रतिभावान स्कूली बच्चे पहुंचे। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बिलासपुर जिले के ग्राम कोरबी से भी वसुंधरा कोर्राम नाम की दिव्यांग छात्रा पहुंची। 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली इस छात्रा की प्रतिभा देख वहां मौजूद सभी लोग आश्चर्यचकित रह गए।
वसुंधरा जन्म से ही दिव्यांग है और चलने-फिरने में मजबूर है। इसकी दोनों हाथेलियां उल्टी (जमीन की तरफ घूमी हुई) है। अपनी इस कमजोरी के सामने हार मानने के बजाय वसुंधरा ने इसे अपनी सबसे बड़ी ताकत बना लिया। उल्टी हथेलियों की उंगुलियों के बीच पेन पकड़कर वसुंधरा जब सुंदर हैंडराइटिंग में लिखती है, तो बाकी लोग भी हैरान रह जाते हैं। कागज पर मोतियों के दानों जैसे सुंदर अक्षरों की बदौलत छात्रा ने कई हैंडराइटिंग कॉम्पीटिशन भी अपने नाम किए हैं।
बता दें कि कल साइंस कॉलेज परिसर स्थित ऑडिटोरियम में आयोजित बाल दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने बच्चों से कहा कि खेल और पढ़ाई दोनों ही जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। आप लोग खूब पढ़िये, खूब खेलिये और समय का सदुपयोग करिये। इस पूरे कार्यक्रम का संचालन स्कूल के बच्चों द्वारा ही किया गया। कार्यक्रम में सीएम ने 'सुग्घर पढ़वैया' और 'लइका मन के गोठ' पुस्तकों का विमोचन भी किया।