हाई कमान ने कांग्रेस पार्टी की अनुशासन का पाठ याद दिलाया, मुहिम की हवा निकली
रायपुर (जसेरि)। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के आपसी खींचतान पर चर्चा हुई। कांग्रेस हाईकमान ने स्पष्ट कर दिया है कि छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन की कोई संभावना नहीं है। मुख्यमंत्री बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच सत्ता की कमान को लेकर चल रही अंदरूनी रस्साकशी में हस्तक्षेप करते हुए पार्टी हाईकमान ने जय-वीरू को आपसी मतभेद दूर करने की सलाह दी है। बताया जा रहा है कि बैठक में शिकवा शिकायतों को लेकर कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ। ऐसे में समाधान निकालने के लिए आगे भी हाईकमान संवाद का सिलसिला जारी रखेगा। राहुल गांधी के साथ बैठक में साफ हो गया है कि ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर कांग्रेस नेतृत्व विचार नहीं कर रहा है। राहुल गांधी ने भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव से पहले अलग-अलग चर्चा की, फिर एक साथ चर्चा के दौरान बघेल से सरकार और संगठन के स्तर पर सिंहदेव की वाजिब शिकायतों को दूर करने के लिए कहा है। राहुल गांधी के आवास में करीब तीन घंटे चली इस बैठक में राज्य प्रभारी पीएल पुनिया और संगठन के महासचिव केसी वेणुगोपाल उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार में चल रहे ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले पर एक और बैठक के बाद फिर अल्प विराम लग गया। इसके बाद पुनिया ने कहा कि प्रदेश में सीएम बदले जाने पर कोई बात नहीं हुई। आने वाले चुनाव में सभी संभाग की राजनीतिक स्थिति क्या रहेगी इस पर चर्चा हुई। सीएम आज दोपहर किसी भी वक्त राजधानी पहुंच सकते है। उनके स्वागत के लिए एयरपोर्ट में भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। कांग्रेसी पलक-पावड़े बिछाकर मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए आतुर हैं।
जय-वीरू मिलकर साथ में काम करेंगे : प्रवक्ता मो. असलम खान ने कहा कि लोग सरकार को बदनाम करने में लगे हुए है। जबकि ऐसा कुछ नहीं है। जय-वीरू मिलकर साथ में काम करेंगे। राष्ट्रीय स्तर पर जिस बात की चर्चा हुई वास्तव में छत्तीसगढ़ में ऐसी कोई चर्चा या असंतोष नहीं है। जनहित के सारे कार्य हो रहे है। घोषणा पत्र के अनुसार सभी काम हो रहे है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेसी अपना सुनहरा भविष्य देख रहे है। अगली सरकार भी कांग्रेस की ही बनेगी।
पिछले दिनों सरगुजा के ही सीएम समर्थक एक विधायक बृहस्पत सिंह ने टीएस पर यह आरोप लगा दिया था, कि वे उन्हें जान से मरवाना चाहते हैं। इसके बाद टीएस विधानसभा छोड़कर चले गए थे और सरकार से उनकी तकरार बढ़ गई थी। राहुल गांधी भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव से लंबी चली बैठक के बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने चले गए थे। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में विवाद संबंधी किसी विषय पर चर्चा नहीं हुई। विवाद प्रदेश में मुख्यमंत्री पद पर ढाई-ढाई साल के कार्यकाल के समझौते को लेकर भी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव दोनों ऐसे किसी समझौते से फिलहाल इंकार कर रहे हैं। इस फॉर्मूले को पीएल पुनिया पहले ही नकार चुके हैं।