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रायपुर। कोरोना के बाद अब मौसम की मार की वजह से कुम्हार परेशान हैं। दीपावली का त्योहार नजदीक है, फिर भी कुम्हारों के चेहरे पर उदासी छाई हुई है। कुम्हार कह रहे हैं कि मिट्टी के काम के लिए चाक चलाते-चलाते अरसा निकल गया। लेकिन दिन ब दिन उनकी स्थिति खराब होती जा रही है।
दीवाली जैसे त्यौहारों में दूसरों के घरों को रोशन करने वाले यह कुम्हार और उसका परिवार खुद धीरे-धीरे अंधकार की ओर ही बढ़ रहा है। बारिश की वजह से वे ठीक से दीये नहीं बना पा रहे हैं। पिछली बार करीब 60 से 70 हजार दीए बना पाए थे, लेकिन इस बार केवल 20 हजार ही दीए बना पाएं हैं। इस बार दियो की कीमत में भी इजाफा देखने को मिला है।
Nilmani Pal
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