रायपुर। विदाई से पहले मानसून की फुहारें तेज होने लगी है। सोमवार को दोपहर तक रायपुर सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जमकर वर्षा हुई। राजधानी में 20 मिनट की बारिश में ही शहर लबालब हो गया। निगम के सारे दावों की पोल भी खुल गई। नालियों की सफाई ना तो बारिश के पहले की गई और ना ही मानसून समाप्ति के पहले तक सफाई का लक्ष्य पूरा किया जा सका। यही कारण है कि राजधानी के विभिन्न इलाकों और निचली बस्तियों में पानी भरने की वजह से नालियों का कचरा भी बाहर आ गया।
मौसम विभाग का कहना है कि मंगलवार को भी हल्की वर्षा के आसार बने हुए हैं। तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा। बताया जा रहा है कि 15 अक्टूबर के बाद मानसून की विदाई संभावित है। इस वर्ष 2022 में एक जून से सितंबर महीने तक ही 1274.5 मिमी वर्षा हुई है,जो पिछले दस वर्षों में सर्वाधिक है। अभी बीते दस दिनों में ही प्रदेश में 29 मिमी से अधिक वर्षा हो चुकी है।
राजधानी के इन इलाकों में जलभराव की स्थिति
प्रोफेसर कालोनी, कुशालपुर, चंगोराभाठा, गुढ़ियारी, रामनगर, बूढ़ातालाब के सामने, टिकरापारा, संतोषी नगर, बोरियाखुर्द, आदर्श नगर आदि इलाकों में जलभराव की स्थिति देखने को मिली। यहां ज्यादातर इलाकों में छोटी-बड़ी नालियों की सफाई नहीं होने की वजह से यह स्थिति निर्मित हुई।
दोपहर का बदला मौसम का मिजाज
सोमवार सुबह से ही रायपुर सहित प्रदेश भर में मौसम सामान्य रहा और आंशिक रूप से बादल छाए रहे। रायपुर में दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदला और तेज वर्षा होने लगी। इसके चलते कुशालपुर, प्रोफेसर कालोनी, पचपेड़ी नाका, टैगोरनगर, टाटीबंध चौक सहित अन्य इलाकों में मुख्य मार्गों के साथ गली मुहल्लों में भी कुछ देर के लिए जलभराव की स्थिति बनी और ट्रैफिक जाम की स्थिति भी बनी।