गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। बिजली विभाग के सीमेंट के सप्लाई पोल आंधी तक नहीं झेल पाए. बेमौसम बरसात और आंधी की वजह से बिजली विभाग के 66 पोल टूट कर गिर गए. इतनी बड़ी संख्या में पोल के टूटने की वजह से लोगों के मन में कई सवाल खड़े हो रहे हैं. विभाग ने मामले को लेकर जांच की बात कही है.
ग्रामीणों ने विद्युत पोल की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए कहा है कि "उनके गांव में 20-20 वर्षों से लगे विद्युत पोल नहीं टूटे. जबकि पिछले दो-तीन वर्षों से में लगे विद्युत पोल हल्की आंधी बरसात में टूट जा रहे हैं. जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है."
बिजली सप्लाई के लिए ज्यादातर सीमेंट के ही पोल का इस्तेमाल करती है. जिसके इतनी बड़ी संख्या में टूटने की वजह से सीमेंट पोल की गुणवत्ता पर सवाल उठना लाजमी है. मामले पर 38 राज्य विद्युत वितरण कंपनी के डिविजनल इंजीनियर का कहना है कि "ज्यादातर पोल पेड़ गिरने की वजह से टूटे हैं. लेकिन फिर भी मैं खुद मौके पर जाकर विद्युत पोलों के गुणवत्ता की जांच करूंगा और उच्च कार्यालय को इसके संबंध में सूचना भी दूंगा."