छत्तीसगढ़ी महाभारत में भाजपा नेता और संगठन गंधारी के रोल में
व्यापारी नेता के खिलाफ,कार्यकर्ताओं ने फूंका विरोध का बिगुल
जसेरि रिपोर्टरे
रायपुर। छत्तीसगढ़ में फिर से भाजपा की सरकार बनाने के लिए, प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव संगठन के साथ मिलकर मेहनत कर एक-एक सीट जीतने के लिए बहुत निचले स्तर से लोगों को ढूंढकर ऊपर ला रहे है। वही दूसरी तरफ भाजपा रायपुर जिला ग्रामीण का एक व्यापारी नेता अपने चहेतों को मंडल और जिलों में पदों पर बिठाने के लिए, पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को पदों से हटाने में लगा हुआ है.। ऐसे नेताओं के कारण ही भाजपा पर परदेसिया मन के पार्टी होने का आरोप लगते रहा है,पार्टी ने लगे इस ठप्पे से मुक्त होने के लिए मंडल अध्यक्ष से लेकर प्रदेश स्तर तक अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों के बदलाव कर पूर्व सी.एम डॉ रमन सिंह के छत्तीसगढयि़ा सबले बढिय़ा के नारे को साकार करने का प्रयास किया है। लेकिन भाजपा रायपुर ग्रामीण के इस व्यापारी नेता के द्वारा जिस प्रकार पार्टी का चीर हरण किया जा रहा है उससे पांडव रूपी कार्यकर्ता काफी आक्रोशित हैं। प्रदेश में भीष्म पितामह, अश्वत्थामा, विदुर जैसे संगठन में बैठे विद्वान पवन साय, नितिन नवीन, शिवप्रकाश और सौरभ सिंह सब कुछ देखने व जानने के बाद मौन धारण किए हुए है, या फिर यह मान लिया जाए कि इन सभी ने गंधारी की तरह अपनी आंखों पर पट्टी बाध रखी है । पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर जिस प्रकार अपमानित कर रही है, समय रहते हुए नेता पर कार्रवाई नहीं कि गई तो विधानसभा के चुनाव में पार्टी को को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है । कार्यकर्ताओं का कहना है कि लगातार 15 सालों से भाजपा रायपुर जिला ग्रामीण में रहकर इसने कार्यकर्ताओं आपस में लड़ाने के सिवाय कोई और काम नहीं किया है..,यही कारण है कि नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने अब इस व्यापारी नेता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
प्रदेश में भाजपा की रमन सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रहे एक हैवीवेट नेता का यह व्यापारी नेता करीबी रिश्तेदार है,15 साल तक भाजपा की सरकार के रहने के बाद बीते साढ़े 4 साल में रायपुर जिला ग्रामीण भाजपा से 5 अध्यक्ष बदले गए है,नए अध्यक्ष के साथ हर बार इसका ओहदा बढ़ा दिया गया। प्रदेश संगठन और कुछ नेताओ के सह पर इस नेता ने भाजपा रायपुर जिला ग्रामीण को हाईजेक कर लिया है । जब भी किसी भाजपा कार्यकर्ता या जिले के पदाधिकारी द्वारा जिले अथवा प्रदेश के किसी नेता या संगठन में बैठे पवनसाय महामंत्री संगठन छत्तीसगढ़.प्रदेश के सह प्रभारी नितिन नवीन. शिव प्रकाश जैसे आकाओ से इसकी शिकायत की गई तो,शिकायतकर्ता को ही डाट कर भगा दिया जाता है।
भाजपा में योग्य कार्यकर्ताओं की जगह नहीं
रायपुर ग्रामीण में भाजपा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले रमन शर्मा पार्टी की स्थिति को देखकर बहुत दुखी है उनका कहना है कि चुनाव के दरमियान यदि किसी बड़े नेता का यहां आगमन हुआ तो मै उनसे जरूर पूछुगा कि भाजपा में योग्य और समर्पित कार्यकर्ताओं का पार्टी में स्थान कहां है। उन्होंने कहा कि हमने पार्टी में रहकर पुलिस डंडे और लाठियां खाकर भाजपा के नाम का पौधा लगाया था, जब पौधो ने विशाल रूप धारण किया तो पार्टी के तथाकथित नेताओं ने शाखाओं को काटना शुरू कर दिया। रमन शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ मैं भाजपा संगठन में नए प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के रूप में हुए बदलाव से खासकर उन कार्यकर्ताओं में एक नई आस जागी थी की जो पार्टी के लिए न केवल निष्ठा रखते है बल्कि पार्टी के प्रति समर्पित भी है लेकिन अपनी मर्जी से पार्टी चलाने वाले तथाकथित नेताओं की जी हुजूरी नहीं करने के कारण उन्हें दरकिनार कर दिया गया था। ऐसे कार्यकर्ताओं कि पार्टी में पूछ परख बढ़ेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं ,छत्तीसगढ़ में 15 सालों तक भाजपा की सरकार रही उसके बाद भी 4 सालों तक वे ही नेता अभी भी पार्टी का मुखिया बने हुए है । जिला और ब्लॉकों में पार्टी के पदाधिकारियों ने भाजपा सरकार के रहते और उसके बाद के बीते साढ़े 4 साल तक इस तरह से पार्टी को चलाया की निष्ठावान भाजपा कार्यकर्ता या तो किनारे हो गए या फिर पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टियों में चले गए।
तिल्दा,धरसीवा,खरोरा,आरंग,कुरा सुहेला,अभनपुर में तो पार्टी पूरी तरह से जनाधारहिन हो गई है या फिर यह कहा जाए कि पूर्व में मंत्री रहे बड़े नेताओं के रिश्तेदारों ने पार्टी को हाईजैक कर अपने मर्जी से एक समांनातर टीम तैयार कर उसमें ऐसे लोगों को शामिल कर पदाधिकारी बना दिया है जो कभी भाजपा के सदस्य रहे ही नहीं। वही निष्ठावान और जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दिया गया। आज स्थिति यह है कि तिल्दा शहर सहित कई ब्लाक में भाजपा को सटोरिए,और जमीन दलाल और शराब बेचने वाले जैसे असामाजिक तत्व चला रहे हैं।और जब भी भाजपा का कोई छोटा-बड़ा आयोजन होता है,उसका पूरा खर्च ऐसे नेता उठाते हैं। इतना ही नहीं पार्टी का कोई बड़ा नेता या पूर्व मंत्री विधायक आते हैं तो इन्हीं के कार्यालयों में उन्हें ले जाया जाता है।भाजपा रायपुर भाजपा ग्रामीण में जिस तरीके से पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओ एवं पदाधिकारियों को पदों और पार्टी से दूर करने उन्हें मजबूर किया जा रहा है इसका नुकसान पार्टी को विधानसभा के चुनाव में हारकर भुगतना पड़ेगा। .. कहा तो यह भी जा रहा है कि जिस प्रकार भाजपा ग्रामीण के व्यापारी नेता के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने विरोध का बिगुल फूंका है,इसकी आवाज पार्टी में काफी दूर तक जाएगी..।