छत्तीसगढ़

पक्के मकान में पानी रिसने और मकान गिरने का भय नहीं : शंकर

Shantanu Roy
13 Jan 2023 2:43 PM GMT
पक्के मकान में पानी रिसने और मकान गिरने का भय नहीं : शंकर
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बेमेतरा। हर किसी का सपना होता है कि उसका अपना पक्का घर हो। अपने सपने को साकार करने के लिए लोग काफी कुछ करते हैं। आज के इस दौर में रोजमर्रा के खर्च चलाना ही काफी मुश्किल है और ऐसे मे खुद का घर बनाना तो केवल नींद का सपना ही है। विकासखंड नवागढ़ के ग्राम पंचायत कुंआ में निवासरत गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले एक ऐसे ही संघर्षशील शंकर मेंहर पिता मत्तु मेंहर जिनका स्वयं का पक्का मकान बनाने का सपना प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण) के तहत साकार हुआ। शंकर मेंहर अपने गरीबी स्थिति का सामना करते हुए, रोजी मजदूरी का काम करने के लिए पलायन भी किया करता था। गरीब परिवार से होने के कारण कमजोर आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ता था। जैसे तैसे कर अपनी बड़ी लड़की का विवाह कर अपने शेष परिवार के साथ कच्चे मकान में निवासरत थे, जिसमे बारिश के मौसम में वर्षा होने पर घर में पानी भर जाता था। जिसके कारण उसे अन्य जगह शरण लेना पड़ता था। कच्चा मकान में पानी रिसने से हमेशा मकान के गिरने का भय बना रहता था। शंकर मेहर को वर्ष 2019-20 में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की जानकारी मिला।
ग्राम-पंचायत के सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना 2011 की सर्वे सूची में नाम को ग्राम सभा में प्रस्ताव पास कर आवश्यक दस्तावेज जनपद पंचायत में दी गई तथा जनपद पंचायत की ओर से इनके नाम का पंजीयन कर योजना से लाभान्वित किया गया। जिसके फलस्वरूप जनपद पंचायत के माध्यम से उनके नाम से फंड ट्रांसफर आर्डर तैयार किया गया व राशि दिलाने की पूरी कार्यवाही की गई व चार किश्त में राशि 1.20 लाख रुपए स्थानांतरित की गई, साथ ही साथ 90 दिवस की मजदूरी भी प्रदान किया गया। वे जिस पुराने कच्चे घर में रहते थे, उसी घर को तोड़कर उसी जगह आवास बनाना प्रांरभ किया। आवास निर्माण में तकनीकी सहायक/ग्राम रोजगार सहायक की ओर से उचित मार्गदर्शन तथा दिशा निर्देशानुसार आवास निर्माण पूर्ण किया। इस प्रकार शंकर मेंहर पिता मत्तु मेंहर स्वंय के पक्के घर के मालिक बन गया तथा इनके साथ स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण भी कराया गया। इन्होंने अपने खुशी का इजहार करते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की बहुत सराहना किया। शंकर मेंहर को अब बरसात के समय में किड़े मकोड़े सांप बिच्छु के घर में घुसने का खतरा व तेज बारिश व तुफान से मकान के गिरने का कोई भी खतरा नहीं है। तथा अब अपने तीनो बेटे व अपने पत्नि के साथ हंसी खुशी के साथ अपने बने प्रधानमंत्री आवास के घर में रहते है। वे अपने गांव के अन्य निवासियों से प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की जानकारी देते हुए योजना के प्रशंसा करते हुए नहीं थकता व स्वयं को गौरवान्वित महसूस करता है।
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