छत्तीसगढ़

खाद्य एवं औषधि विभाग की कार्रवाई का गुटखा माफियाओं में खौफ नहीं

Nilmani Pal
5 Jun 2023 5:45 AM GMT
खाद्य एवं औषधि विभाग की कार्रवाई का गुटखा माफियाओं में खौफ नहीं
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मार्केट में आज भी नकली गुटखा प्रचलन में, कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। नकली गुटखा फैक्ट्री पकड़ाने के बाद नकली उत्पादकों में कोई खौफ नजर नहीं आ रहा है। गुटखा मार्केट में आज भी करोड़ों के नकली गुटखा प्रचलन में है। खाद्य और औषधि विभाग की कार्रवाई मात्र औपचारिक लग रहा है। अभी तक नकली गुटखा का सैंपल रिपोर्ट विभाग के पास नहीं पहुंचा। इस दौरान फैक्ट्री से लगभग 1 करोड़ से ज्यादा नकली गुटखा बरामद किया। खाद्य विभाग ने खुलासा किया है कि फैक्ट्री में कई बड़े ब्रांडेड कंपिनयों का गुटखा तैयार किया जा रहा था। जानकारी के अनुसार खाद्य विभाग की टीम ने जिस फैक्ट्री में कार्रवाई की है उसका मालिक दुर्ग के किसी गुरमुख जुमनानी नाम के व्यक्ति की है। बताया गया कि टीम जब अवैध रूप से संचालित फैक्ट्री में पहुंची मौके से सुपरवाइजर और जिम्मेदार वहां से फरार हो गए। इस दौरान खाद्य विभाग के अफसरों ने देखा कि फैक्ट्री में नकली गुटखा बनाया जा रहा था। दबिश देकर जांच पड़ताल की और मौके से अलग-अलग ब्रांडेंड कंपनियों के 1 करोड़ से ज्यादा गुटखा बरामद किया।

जर्दा युक्त गुटखा

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने खुलासा किया है कि फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में सैकड़ों बंडल जर्दा युक्त गुटखा और उसे बनाने वाला सामान, सुपारी और पाउच जब्त किए गए हैं। इसके साथ ही टीम ने 23 मशीनों को भी जब्त किया है। फिलहाल टीम अब मुख्य आरोपी तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। पुलिस को ये अंदेशा है कि यह काम लंबे समय से चल रहा था वहीं इसी तरह की और फैक्ट्री हो सकती है। उनसे पूछताछ में पता चला है कि रोजाना करीब 300-400 बोरा माल वे बनाकर सप्लाई करते थे। प्रति बोरे में जाने वाले गुटखा करीब 10 हजार रूपए को होता था। मजदूरों ने अधिकारियों को बताया कि वे रात 10 बजे का बाद काम शुरू करते थे और सुबह में ये फैक्ट्री बंद रहती थी और यहां से गुटखा सप्लाई का काम सुबह 4 बजे से 6 बजे के बीच ही होता था।

सैकड़ों बंडल जर्दा युक्त गुटखा और सुपारी बरामद

खाद्य विभाग ने अवैध गुटखा बनाने वाली फैक्ट्री का पता लगाया और अवैध गुटखा भी कब्जे में लिया है। दरअसल खाद्य विभाग की टीम को लम्बे समय से उस फैक्ट्री में अवैध गुटखा बनाये जाने को लेकर शक था जिसके चलते विभाग ने इस नकली फैक्ट्री का पता लगाया है। खाद्य विभाग की टीम को फैक्ट्री से अवैध गुटखा समेत गुटखा बनाने वाली मशीनें भी बरामद हुई हैं । कब्जे में लिए गए गुटखे की कीमत लगभग एक करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है। इस फैक्ट्री से 23 मशीनों को भी जब्त कर लिया गया है। खाद्य विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार फैक्ट्री में कई बड़ी कंपनियों का गुटखा तैयार किया जा रहा था। इस गुटखे को रायपुर और आस पास के इलाकों में बेचा जा रहा था। फैक्ट्री में अत्यधिक मात्रा में सैकड़ों बंडल जर्दा युक्त गुटखा और सुपारी और उसे पैक करने के लिए इस्तेमाल होने वाले 700 पाउच भी बरामद हुए हैं जिसे विभाग के अधिकारियों ने जब्त कर लिया है। फैक्ट्री में 120 बोरे में खुला गुटखा मिला है। इस मामले पर अधिकारियों की जाँच अभी भी जारी है।

फैक्ट्री में छापेमारी के दौरान मजदूर भी मिलें हैं। इन मजदूरों को मध्यप्रदेश और झारखंड से लाया गया था। यहाँ इनसे पैकेजिंग का कार्य करवाया जाता था। खाद्य विभाग के अधिकारीयों को आता देख फैक्ट्री के सुपरवाइजर भाग गए अब अधिकारी वहां मिले मजदूरों से पूछताछ कर रहें है।

माणिकचंद और सितार के पाउच

खाद्य विभाग ने जिस गोदाम में छापा मारा वहां एक करोड़ से ज्यादा का गुटखा पकड़ाया है। माणिकचंद और सितार के पाउच में पैक किया जा रहा था।अधिकारियों को शक है कि पकड़ा गया गुटखा नकली है। गोदाम में तीन दर्जन से ज्यादा बोरों में गुटखा और खाली पाऊच मिला।यहां बड़ी मात्रा में सैकड़ों बंडल जर्दा युक्त गुटखा और उसे बनाने वाला सामान, सुपारी और पाउच जब्त किए गए है। इसे बनाने के लिए यहां रखी गई 23 मशीनों को भी अधिकारियों ने जब्त कर लिया है। अधिकारियों का अनुमान है कि यहां लंबे समय से नकली गुटखा बनाने का काम चल रहा था। पाऊच पैक करने वाली मशीन वहां मिली है।

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