कांकेर। आज सुबह कांकेर सर्किट हाउस में सीएम भूपेश बघेल ने अफसरों की समीक्षा बैठक ली. मुख्यमंत्री ने कहा कि वनवासियों को जंगल में रहने पर सजा का अहसास ना हो बल्कि उन्हें सभी सुविधाएँ नियमों के दायरे में ही मिले। आदिवासी संस्कृति वनों का नुक़सान करने की नहीं है, बल्कि आदिवासी वनों के संरक्षक हैं।
वो दिन भी देखे जब ना आधार कार्ड था ना वोटर कार्ड, ना राशन मिलता था ना किसी योजना का लाभ, लेकिन अब अब परिस्थितियाँ बदली हैं। शासकीय योजना का अच्छा क्रियान्वयन हो तो जनता शिकायत नहीं करेगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सक्रिय होकर काम करेंगे, लोगों की बेहतरी के लिए काम करेंगे तो प्रशंसा मिलेगी आपका भी नाम होगा। उन्होंने कहा कि साढ़े तीन साल पहले के कांकेर और अब के कांकेर में बहुत अंतर आया है। स्कूल अच्छे हो रहे हैं तो पढ़ाई का स्तर भी बढ़ रहा है। गाँव में जो काम कर रहे हैं, उसका असर शहर में भी दिख रहा है।