कितने चेहरे लगे हैं चेहरों पर, क्या हकीकत है और क्या सियासत
ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गोल्ड मेडलिस्ट विद्यार्थियों के बीच घुल मिल गए। उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन के किस्से शेयर किए। कहा, मेरी पीजी की पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई है। दो बार परीक्षा देने नहीं जा सका। लेकिन अब सोच रहा हूं पीजी कंपलीट कर लूं। कर लूं,् मगर डर इस बात का है कि नंबर कम आए तो लोग क्या बोलेंगे। मुख्यमंत्री यदि परीक्षा देने जाए तो अच्छी बात है, मगर नंबर कम आए तो मुश्किल हो जाएगी। सीएम के इस कथन के बाद बीआईटी दुर्ग के ऑडिटोरियम में तालियों की झड़ी लग गई। ऑडिटोरियम में सीएम की इस बात पर ठहाके लगाने से खुद को रोक नहीं सका। सीएम ने इस तरह की बातों से विद्यार्थियों के बीच खुद को विद्यार्थी बना लिया। जनता में खुसुर-फुसुर है कि डाक्टर कका ह 2018 में ही पीजी कर ले रहिस। उपाधि ल काबर अभी दिस ये बात हमर समझ ले बाहर होगे हे। चर्चा के दौरान एक लपरहा नेता आगे तवन ह बताइस की जेन ह पार्टी के गोसइया होते ऊही ल तो पीजी कहिथे जी। सीएम साहब तो अभी नंबर बढ़ाएबर पीजी के बात करत हवय।
जिस मुद्दे पर भाजपा विरोध करती है उसमें मिलता है सरकार को पुरस्कार
प्रदेश भाजपा के बड़े-छोटे नेता से लेकर दिल्ली से आने वाले नेताओं ने पीएम आवास योजना को लेकर छत्तीसगढ़़ सरकार को कटघरे में खड़े कर घेरने की कोशिश करते रहे और यहां दिल्ली में केंद्र की भाजपा सरकार पीएम आवास में किए गए कार्यों के लिए पुरस्कृत कर रही है। यही कार्रवाई उल्टा बांस बरेली के लोकोक्ति को चरितार्थ कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशन में छत्तीसगढ़ राज्य ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) में बड़ी उपलब्धि हासिल की है । दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव मनोज जोशी ने छत्तीसगढ़ को आवास निर्माण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिये पुरस्कृत किया है । जनता में खुसुर-फुसुर है कि भाजपा वाले जिस-जिस मुद्दे को लेकर कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़े किए उस-उस मुद्दे पर केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को पुरस्कृत भाजपाई के विरोध की हवा निकाल दी है। भाजपाइयों को भी सीएम भूपेश की तरह सलाहकार रखने की सलाह उनके ही लोग दे रहे है। किसी ने ठीक ही कहा है कितने चेहरे लगे हैं चेहरों पर, क्या हकीकत है और क्या सियासत।
मंत्री कवासी लखमा अपने मन की बात सुना दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात 100वें एपिसोड को खास बनाने के लिए भाजपा जोर-सोर से तैयारी कर रही है, इस मौके पर 100 रुपए का सिक्का भी लांच किया जाना है। इसी बीच कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने मन की बात को लेकर अपनी बात कह दी। पीएम के मन की बात को लेकर कवासी लखमा ने कहा कि फालतू बात को क्यों सुने हम, हमें कोई और काम नहीं? आगे उन्होंने कहा कि 15 लाख रुपए काला धन मिले तो सुनेंगे। पेट्रोल डीजल के दाम कम करें तो सुनेंगे। झूठ बोलने से कोई नहीं सुनेगा मन की बात। इस बार भी भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार बनेगी। भाजपा के पास मुद्दे नहीं हैं। वहीं कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर कवासी लखमा ने कहा कि 13 दिनों तक कर्नाटक में रहूंगा। हाईकमान ने मुझे जिम्मेदारी दी है। धारवाड़ जिला में कांग्रेस की नीति को जनता के बीच के बताएंगे. मैं कोशिश करूँगा उस क्षेत्र के लोगों को, जो देश मे चल रहा है, उसके बारे में बता सकूं। केंद्र सरकार आतंक मचा कर रखा है। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनेगी। कवासी लखमा को कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव में धारवाड़ जिले का ऑब्जर्वर बनाया है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि ये कवासी लखमा का अपने मन का बात है इसमें जनता क्या कर सकती है। कवासी को तो सीएम साहब की बात ही अच्छी लगती है। क्योंकि उन्हें ऐसे विभाग का मंत्री बनाया जिसमें सिर्फ और सिर्फ मन की ही बात सुनाने का दिल करता है।
अरुण साव ने कर्नाटक में डबल इंजन सरकार की पैरवी की
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है सरगर्मी वैसे-वैसे तेजी से बढ़ते ही जा रही है। सभी राजनीतिक दलों के नेता लगातार चुनावी मैदान में उतरकर जनता को अपने पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे हैं। भाजपा ने छत्तीसगढ़ के कई नेताओं को कर्नाटक विधानसभा चुनाव की अहम जिम्मेदारी सौंपी है। छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के झूठे वादों की पोल खोलकर रख दी है। कर्नाटक में जनसभा को संबोधित करते हुए अरुण साव ने कहा कि 15 हजार करोड़ का बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, लेकिन बजट में सिर्फ 250 करोड़ का प्रावधान है। सत्ता में आने से पहले शराबबंदी का वादा किया था, लेकिन अब कहते हैं आप शराब पीना बंद करो, तो हम शराबबंदी कर देंगे। जनता में खुसुर-फुसुर है कि साव साहब को कर्नाटक में डबल इंजन की बात कर रहे है, ताजुब की बात यह है कि जब साव जी छत्तीसगढ़ में भाजपा कार्यकर्ताओं छत्तीसगढ़ी में नहीं समझा और न ही बोल पाते है ऐसे में कर्नाटक वालों को कौन सी भाषा में डबल इंजन सरकार बनाने की बात कही होगी ये पते की बात है। अध्यक्ष बने एक साल होने जा रहा है लेकिन अभी तक पार्टी की भाषा में कार्यकर्ताओं नहीं समझा पाए है। कर्नाटक की भाषा तो बहुत ही क्लिष्ट है,शायद उनके साथ दुभाषिए होंगे, जो कन्नड़ भाषा को ट्रांसलेट करके भाषण की स्क्रिप्ट लिख रहे होंगे। जिसका वाचन कर्नाटक में कर रहे है।
आप का क्या होगा जनाबे वाली
विधानसभा चुनाव की आहट को पहचानते हुए आम आदमी पार्टी ने प्रदेश स्तर पर अपने पदाधिकारियों की नियुक्ति की है। प्रदेश प्रभारी संजीव झा ने कहा कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी पदाधिकारियों की घोषणा की जा रही है। कोमल हुपेड़ी प्रदेश अध्यक्ष रहेंगे। 900 पदाधिकारियों की घोषणा की है। सदस्यता अभियान के तहत बहुत बड़ी संख्या में युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों ने सदस्या ग्रहण की है। कांग्रेस और भाजपा के लुटेरी सरकार से आम आदमी पार्टी निजात दिलाएगी। जनता में खुसुर-फुसुर है कि आमआदमी अब राष्ट्रीय पार्टी तो बन गई है लेकिन छत्तीसगढ़ एक ऐसा नेता नहीं ढूंढ पाई जो भाजपा और कांग्रेस को टक्कर दे सके। संजीव झा को पिछले रास्ते से लाकर छत्तीसगढिय़ों को चौंकाया और नेता घोषित किया गया। हुपेंडी और अन्य नेता पिछले चुनाव से अब तक कुछ नहीं कर पाए । जबकि उनके संरक्षक आप के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दोनों ंदलों को पटकनी देते हुए पंजाब में सरकार बनाने के साथ गुजरात में नगर निगम शानदार प्रदर्शन कर आप का झंडा गाड़ दिया। लेकिन छत्तीसगढ़ में आप वॉल पेंटिंग्स तक ही सीमित रह गई है। क्या आप भी मुद्दाविहीन है, या फिर किसी से टाईअप है।
महत्वकांक्षी योजना बेरोजगारी और भाजपा
छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना बेरोजगारी भत्ता को लेकर युवाओं में उत्साह इस बात से पता चलता है कि केवल 24 दिनों के भीतर ही 41 हजार 465 से ज्यादा आवेदकों के प्रकरणों में बेरोजगारी भत्ता स्वीकृत किया गया है। योजना के तहत अब तक बेरोजगारी भत्ता के पोर्टल पर एक लाख 17 सौ 74 आवेदन मिले हैं और इनमें से दस्तावेज सत्यापन के बाद 63 हजार 908 लोगों को बेरोजगारी भत्ता स्वीकृत करने की अनुशंसा भी हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप बेरोजगारी भत्ते की राशि 2,500 रुपये सीधे आवेदकों के बैंक खाते में डीबीटी द्वारा ट्रांसफर की जा रही है। योजना का उद्देश्य बेरोजगारों को प्रतिमाह 2,500 रुपये का भत्ता देने के साथ-साथ उन्हें कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार योग्य बनाना है । जनता में खुसुर-फुसुर है कि भाजपा वाले इसे चुनावी हथकंड़ा घोषित कर रहे है। बेरोजगारी भत्ता के नियम कानून को लेकर भी भाजपा ने आपत्ति उठा रहे है। जबकि कांग्रेसियों का कहना है कि जो कहा वह कर दिखाया। दरअसल भाजपा मुद्दा विहीन है, इसलिए उसे हर चीज में भाजपाइयों को मीन मेख निकालने की आदत पड़ गई है।