राजधानी में बढ़ी चोरियां, चोरों ने पुलिस के नाक में किया दम
कबीर नगर में दरवाजा तोड़कर 10 लाख के गहने चुराए
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। कबीर नगर इलाके में यूपी के रिटायर अधिकारी के सूने मकान में घुसकर चोर 10 लाख से ज्यादा के जेवर और कैश चुराकर ले गए। किचन का दरवाजा तोड़कर घुसे चोरों ने बेडरूम का ताला तोड़ा। रिटायर अफसर अपने परिवार के साथ देवी दर्शन करने मप्र गए थे। उनके रिश्तेदारों ने उन्हें चोरी की खबर दी। वहां से लौटने के बाद उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने घटना स्थल के आसपास लगे कैमरे की जांच की। उनके घर के आस-पास की किसी भी सड़क पर किसी संदिग्ध का फुटेज नहीं मिला है। चोर जिस तरह से केवल पैसे और गहने लेकर गए हैं, उससे पेशेवर बाहरी गिरोह पर शक है।
पुलिस अफसरों ने रिपोर्ट दर्ज करने के बाद बताया कि कबीर नगर फेस-1 निवासी रामेश्वर लाल सिन्हा यूपी से रिटायर होकर यहां बसे हैं। 7 दिसंबर को वे पत्नी के साथ देवी दर्शन के लिए एमपी गए। दो दिन बाद 9 को उनके रिश्तेदार ने फोन किया। उन्होंने बताया कि उनके किचन का दरवाजा टूटा हुआ है। भीतर सामान बिखरा है। वे उसी दिन वहां से रायपुर के लिए रवाना हो गए। 10 तारीख की रात घर पहुंचे। उनके आने के बाद पता चला कि बेडरूम की आलमारी का लॉक तोड़कर चोर लॉकर में रखे सोने का पैतृक जेवर चुराकर ले गए हैं। घर में जितने भी सूटकेस और बैग हैं, सभी को खाली कर चेक किया गया था। सूटकेस और बैग का सामान कमरे में बिखरा हुआ था। बिस्तर भी अस्त-व्यस्त था। पुलिस को शक है कि चोरी पूरी प्लानिंग के साथ की गई है। सेंधमारी के पहले रेकी की गई। शहर के आउटर में चोरी की घटनाएं बढ़ गई है। लगातार सूने मकानों में चोरी हो रही है। जिन मकानों के बाहर ताला दिख रहा है। उन्हीं मकानों को निशाना बनाया जा रहा है। अधिकांश मामले में पुलिस चोरों को पकड़ नहीं पाई है।
कवर्ड कैंपस के फ्लैट को भी निशाना बना रहे चोर
एक ही तकनीक और एक हुलिए वाले तीन-चार चोरों ने पिछले दिनों राजधानी के साथ-साथ भिलाई-दुर्ग के कवर्ड कैंपस को निशाना बनाया और 5 फ्लैट में बड़ी चोरियां की हैं। चोर कार से हर कैंपस के पिछले हिस्से में पहुंचे, दीवार फांदकर घुसे और रैंडम तरीके से जिस फ्लैट में ताला मिला, उसके भीतर घुसकर जेवर-कैश ले गए। पांचों चोरियों में आरोपी आराम से परिसर से उतरे और पिछले हिस्से ही दीवार फांदकर कार से भाग निकले। एक-दो वारदातों में कार के भी धुंधले फुटेज आए हैं। पुलिस ने राजधानी के कवर्ड कैंपस को दिल्ली (एनसीआर) के इस गिरोह को लेकर अलर्ट कर दिया है। दोनों शहरों के पुलिस हर चोरी के बाद भागने के संभावित रास्तों के कैमरे खंगाल रही है, लेकिन कैंपस के बाद कहीं भी फुटेज नहीं मिल रहे हैं। चूंकि चोर नकाबपोश थे, इसलिए उनका भी क्लू नहीं मिला है। लिस अफसरों ने बताया कि रायपुर में हीरापुर के दो कवर्ड कैंपस के तीन फ्लैट में एक जैसी वारदातों हुई हैं।
इसी तरह, दुर्ग के मोहननगर के कवर्ड कैंपस को निशाना बनाया। हर कैंपस में 24 घंटे सुरक्षा गार्ड रहते हैं और तीन-तीन दर्जन कैमरे लगे हैं। इसके बावजूद चोर आसानी से दीवार फांदकर कॉलोनी में घुसे और चोरी करके भाग निकले। हीरापुर के में दो फ्लैट से चोर 20 लाख रुपए से ज्यादा के जेवर और कैश ले गए। दुर्ग की चोरियों में भी जेवर-कैश मिलाकर 30 लाख रुपए से अधिक का माल गया।
...लेकिन क्लू नहीं मिला
कुछ अरसा पहले इसी तरीके से कबीर नगर इलाके के तीन फ्लैट में चोरी हुई थी। उसमें भी पुलिस को दो नकाबपोश युवकों का फुटेज मिला था। यही नहीं, जिस कार से दोनों आराम से भागे, चोरी वाले कैंपस से वह 500 मीटर दूर रखी गई थी और फुटेज में उसका नंबर भी मिल गया। कार मेरठ की थी। पुलिस कार के शो रूम तक पहुंच गई थी लेकिन चोरों तक नहीं पहुंच पाई है। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ था कि दिल्ली-हरियाणा का गिरोह मेरठ से किराए से कार लेकर आया और रायपुर समेत प्रदेश के कई शहरों में आधा दर्जन वारदातें करके निकल गया। जितने भी फुटेज पुलिस को मिले, उन्हें दिल्ली, हरियाणा और मेरठ पुलिस को भेजा गया, लेकिन क्लू नहीं मिला।
बाहरी गिरोह के लिंक का शक
पुलिस को शक है कि यहां के लोग भी बाहरी गिरोह के लिंक हो सकते हैं। पुलिस ने जेल में जांच की तो पता चला कि चोरी के मामले में जेल में बंद अधिकांश गिरोहबाज तथा शातिर चोर या तो जमानत पर छूट गए हैं या पैरोल (छुट्टी) में जेल से बाहर हैं। इन्हीं में से कोई व्यक्ति का गिरोह बाहर से आए चोर गिरोहों का लिंक हो सकता है, जो वारदात की जगह और शहर में भागने के रास्ते जानता हो। पुलिस टीम लोकल गिरोह का लिंक तलाश रही है। लेकिन अफसरों का कहना है कि लोकल गिरोह सहयोगी हो सकते हैं, सीधे इस तरह की चोरियां करने के अब तक कोई प्रमाण नहीं हैं। फिर भी क्लू के मामले में पुलिस अब तक खाली हाथ ही है।
चोरी की जांच के लिए स्पेशल टीम बनाई गई है। पुलिस को कुछ अहम क्लू मिले है। चोरी रोकने के लिए कॉलोनी और सोसायटी में सुरक्षा ऑडिट किया जाएगा। सुरक्षा गार्ड को ट्रेनिंग दी जाएगी और कैमरे लगवाएं जाएंगे।
प्रशांत अग्रवाल, एसएसपी रायपुर