युवक ने मुख्यमंत्री को छत्तीसगढ़ की योजनाओं पर सुनाई कविता
रायपुर। भेंट-मुलाकात आज रायपुर उत्तर विधानसभा में जारी है. कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा भेंट-मुलाकात कार्यक्रम का उद्देश्य योजनाओं के सही क्रियान्वयन की जानकारी लेना है। हमने शहरी क्षेत्रों में भी राशन वितरण की योजना प्रारंभ की, ताकि सभी को राशन मिल सके, कोई भी व्यक्ति राशन कार्ड बनाने से छूटा नहीं है। मुख्यमंत्री से बात करते हुए मल्लिका कर्मकार ने बताया कि मेरे परिवार में 4 सदस्य हैं, परिवार के सभी सदस्यों को पर्याप्त राशन मिल रहा है। नमक, शक्कर, चावल मिलता है, मिट्टी तेल महंगा होने के कारण नहीं लेते। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी परिवारों के लिए राशन की व्यस्वथा की गई है।
ग्राम मटियाहा तहसील गुंडरदेही के थानेश्वर साहू ने छत्तीसगढ़ की योजनाओं पर कविता सुनाई। मुख्यमंत्री से बात करते हुए थानेश्वर ने अपने गाँव में कला मंच बनाने के लिए 8 लाख रुपए की राशि की मांग की, इस पर मुख्यमंत्री ने कला मंच के लिए राशि प्रदान करने का आश्वासन दिया। देवानन्द साहू ने बताया कि मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से पत्नी को हुए ब्रेस्ट कैंसर की बीमारी के इलाज के लिए शासन द्वारा 5.5 लाख रुपए से अधिक की राशि प्रदान की गई है। श्याम नगर रायपुर के महेंद्र सोनी ने बताया कि शासन द्वारा शुरू की गई जेनेरिक मेडिसिन योजना से काफी लाभ मिला है। उन्होंने बताया कि पहले शुगर बीपी की दवा के लिए प्रतिमाह 4 से 5 हजार रुपये का खर्च करना पड़ता था, अब 5-600 में पूरी दवाई मिल जाती है। रायपुर के नरेंद्र ने बताया कि मितान योजना के अंतर्गत 20 दिन के भीतर बेटे का जन्म प्रमाण पत्र बन गया। नरेंद्र ने बताया कि यह योजना काफी अच्छी है।
पंडरी की रहने वाली ममता ने बताया कि 15 दिन के अंदर बेटे का आधार कार्ड बन गया, इसके लिए मुझे बार-बार ऑफिस जाना भी नहीं पड़ा। ममता ने मितान योजना के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री द्वारा शहरी स्लम स्वास्थ्य के संबंध में पूछने पर रायपुर की अन्नपूर्णा चंद्राकर ने बताया कि शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत डॉक्टर मुफ्त में इलाज करते हैं और सभी दवाइयां मुफ्त में प्रदान की जाती है। कालीबाड़ी के रहने वाले अब्दुल ने बताया कि लिवर ट्रांसप्लांट के लिए शासन द्वारा लगभग 18 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से हमें काफी लाभ मिला है।
अंचला मिश्रा ने बताया कि उसने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में 40+ वर्ग के खो-खो प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त किया। अंचला ने बताया कि योजना काफी अच्छी है। इस उम्र में भी हम लोगों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिल रहा है। रितिक वर्मा ने रस्सी कूद खेल को भी छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में शामिल करने की बात कही, मुख्यमंत्री ने तत्काल संज्ञान लेते हुए रस्सी कूद को छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में शामिल कराने के लिए निर्देशित किया।