बालाछापर गौठान की सखी स्व-सहायता समूह की महिलाएं तेल पेराई कर बन रही है आत्मनिर्भर
जशपुर। जिले में महिलाओं को सशक्त बनाने एवं उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने जिला प्रशासन द्वारा गोठान में विभिन्न गतिविधियां सचालित कर स्व-सहायता समूह को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में बालाछापर गोठान की सखी स्व-सहायता समूह की महिलाओं को जिला प्रशासन द्वारा तेल पेराई का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसके उपरांत गोठान में ही सखी स्व-सहायता समूह की महिलाओं को मशीन उपलब्ध कराई गई। आज समूह से जुड़ी महिलाएं दो माह में तेल पेराई, खरी विक्रय, तेल विक्रय कर कर 56 हजार 144 रुपए आमदनी अर्जित कर चुकी है।
समूह की महिलाओं ने बताया कि तेल पेराई के लिए उन्होंने सरसो का बीज अब तक 11 क्विंटल खरीदा जिसेे कुल 210 लीटर तेल प्राप्त हुआ है। अब तक उन्होंने कुल 154 लीटर तेल का विक्रय कर 33500 रुपए प्राप्त कर चुकी है। उन्होंने बताया कि तेल पेराई के बाद बीज से खरी प्राप्त होता है जिसका भी जिले में अधिक मांग है। उन्होंने बताया कि अब तक 7 क्विंटल खरी का विक्रय भी इनके द्वारा किया गया है। जिससे उन्हें 15144 रुपए की राशि प्राप्त हुई। इसी प्रकार ग्रामीणों द्वारा भी तेल के पेराई के लिए गौठान लाया जाता है। जिससे उन्हें 7500 रुपए का लाभ हुआ है।
समूह की महिलाओं ने बताया कि उनके समूह में 10 महिलाएं है। जो कि 05 अपै्रल 2022 से तेल पेराई का कार्य कर अपने परिवार को आर्थिक रूप से मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए विशेष रूप से कार्य किया जा रहा है। जिसका उन्हें सीधा लाभ मिल रहा है। महिलाओं ने कहा कि आज वे खुद आत्मनिर्भर बन रही है। परिवार के हर छोटे-बड़े के कार्य के लिए होने वाले खर्च में अपनी भी भागीदारी सुनिश्चित कर पा रही है। महिलाओं ने कहा कि गोठान में विभिन्न योजनाओं का संचालन कर महिलाओं को रोजागर से जोड़ा गया है। यह अत्यंत सराहनीय कार्य है। सभी महिलाओं ने इस जनकल्याणकारी योजना संचालन के लिए छत्तीसगढ़ शासन एवं जिला प्रशासन को सहृदय धन्यवाद दिया।