मृतक कृषक की पत्नी ने यह स्वीकार किया कि भर्री जमीन जिसका रकबा 1.7 एकड़ है, जिसमें नहीं लगाई गई थी फसल

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राजनांदगांव: छुरिया विकासखंड के ग्राम करेगांव के कृषक श्री सुरेश कुमार द्वारा रकबे में अंतर के कारण आत्महत्या किए जाने के संबंध में समाचार पत्र में प्रकाशित तथ्य पूरी तरह से भ्रामक है। मृतक श्री सुरेश कुमार की पत्नी ने यह स्वीकार किया है कि भर्री जमीन जिसका रकबा 1.7 एकड़ है में धान की फसल नहीं ली गई है। गिरदावरी में किसी प्रकार की त्रुटि नहीं है। मृतक द्वारा 2.03 एकड़ में धान की फसल ली गई थी। जिसके लिए पात्रता के अनुसार उनको धान का विक्रय करने पर 76 हजार 415 रूपए की राशि मिलती। गिरदावरी के अनुसार मृतक का जितना धान का रकबा था उतने का पंजीयन किया है। शेष भूमि पर उसने कोई फसल नहीं लगाई थी, इसलिए गिरदावरी के अनुसार उसका पंजीयन नहीं किया गया है। उसने 44 हजार का ऋण लिया था, धान का विक्रय करने पर 76 हजार 415 रूपए की राशि मिलती। राजस्व विभाग द्वारा गिरदावरी का प्रकाशन किया गया था। दावा आपŸिा के लिए आवेदन भी मंगाए गए थे। मृतक श्री सुरेश द्वारा दावा आपŸिा के लिए आवेदन भी नहीं किया गया था। न ही किसी राजस्व अधिकारी को जानकारी दी गई थी।
