ताने मारकर टीचर ने किया था अपमानित, पास होते ही छात्र ने दिया ये जवाब
रायपुर। अक्सर शिक्षकों के साथ ही माता पिता भी पढ़ाई में कमजोर छात्रों को ताना मारते हैं। पढ़ने के लिए प्रेरित करने की जगह झल्ला कर कहते हैं कि तुम एग्जाम पास कर ही नही सकते, तुमसे न हो पायेगा। ठीक ऐसा ही एक वाकया एक छात्र के साथ हुआ। पढ़ाई में कमजोर छात्र को उसकी ट्यूशन टीचर ने परीक्षा पास करने के नाम से व्यंग कसते हुए कहा था कि तुम तो रहने ही दो, परीक्षा पास करना तुमसे न हो पायेगा।
यह संदेश उन 'शिक्षकों' और 'अभिभावकों' के लिए है, जो बात-बात पर बच्चों को बोलते हैं, "तुमसे नहीं हो पाएगा." pic.twitter.com/iUUkZP9WmX
— Awanish Sharan (@AwanishSharan) July 26, 2022
टीचर के ताने को छात्र ने दिल पर ले लिया। और गम्भीरता उसने जम कर मेहनत की। साथ ही अच्छे नम्बरो से 12 th पास कर मनचाहे कॉलेज में एडमिशन भी पा गया। उसके बाद अपनी ट्यूशन टीचर को छात्र ने मैसेज कर जवाब दिया। छात्र के दिलचस्प जवाब को ट्विटर पर 2009 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने शेयर किया हैं। उन्होंने कैप्शन लिखा है कि यह संदेश उन 'शिक्षकों' और 'अभिभावकों' के लिए है, जो बात-बात पर बच्चों को बोलते हैं, "तुमसे नहीं हो पाएगा
जानिए क्या लिखा हैं छात्र ने अपनी टीचर को मैसेज में:- छात्र ने मैसेज में लिखा हैं कि " हैलो मेंम मैं 2019-20 बैच में आपका छात्र था। मैं आपको यह मैसेजे इसलिए भेज रहा हूं क्योंकि आपने कहा था कि मैं स्कूल पास नही कर पाऊंगा और जो चाहता हूं, वो नही कर पाऊंगा। आपने मुझे हर स्तर पर अपमानित किया। मैने 12th पास कर लिया औऱ वो भी अच्छे नंबरों से। मुझे यूनिवर्सिटी में मनचाहे कोर्स में दाखिला भी मिल गया। ये कोई थैंक्यू मैसेज नही हैं। ये आपको दिखाने के लिए है कि मैने कर दिखाया है। हमेशा याद रखना कि दूसरों के साथ नम्र व्यवहार करना है स्पेशली उन छात्रों से जो आपसे मदद मागंते हैं।" आईएएस के ट्वीट पर लोग दिलचस्प कमेंट कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा है कि कही यह कोरोना का तो कमाल नही। एक ने लिखा कि छात्रों को प्रेरणा देने के लिए भी कभी कभी ऐसा करना पड़ता हैं। तो कुछ ने टीचर के व्यवहार को गलत बताया हैं। एक ने तो आईएएस से ही पूछ लिया है कि आप शिक्षक थे क्या?
ज्ञातव्य हैं कि आईएएस अवनीश शरण ने खुद भी दसवीं की परीक्षा बड़ी मुश्किल से 44 प्रतिशत से पास की थी। वो राज्य लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा 10 बार दिला कर एक बार भी क्लियर नही कर पाए थे। पर यूपीएसई के पहले अटेम्प्ट में इंटरव्यू में पहुँचे व दूसरे में 77 रैंक लाकर आईएएस बने हैं।