छत्तीसगढ़

शिक्षिका को मिला न्याय, विभाग ने 2 लाख रुपए किया भुगतान

Nilmani Pal
3 Nov 2022 11:44 AM GMT
शिक्षिका को मिला न्याय, विभाग ने 2 लाख रुपए किया भुगतान
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रायपुर। एक सालों से वेतन नहीं मिलने से दुखी शिक्षिका को राज्य महिला आयोग से न्याय मिला है। शिक्षका ने जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ बीना कोई कारण के वेतन रोकने का आरोप लगाया था। सहायक शिक्षिका ने इसकी शिकायत राज्य महिला आयोग में की थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आयोग की अध्यक्ष डॉ नायक की मदद से जिला शिक्षा अधिकारी ने 2 लाख 27 हजार रुपये राशि का भुगतान तत्काल प्रभाव से भुगतान कर पीड़ित महिला शिक्षिका को राहत दी। वेतन मिलने के बाद शिक्षिका ने भी महिला आयोग में की शिकायत को वापस ले लिया है।

दरसअल, एक प्रकरण में आवेदिका ने जिला शिक्षा अधिकारी सूरजपुर के खिलाफ अपने अप्राप्त वेतन के सम्बंध में शिकायत दर्ज की थी। आवेदिका ने बताया कि वह सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं, और उनका वेतन वर्ष 2021 के नवम्बर माह से बिना किसी सूचना के रोक दिया है और बार बार पूछे जाने पर कुछ नहीं बताते हैं।

जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा रुपयों की भी मांग करते है कि आपके विरुद्ध बहुत शिकायत हैं जिसके कारण मेरा वेतन को रोक दिया गया। आवेदिका ने अपने आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब होने की शिकायत आयोग में की थी। आवेदिका द्वारा आयोग में शिकायत करने के 3 माह के अंदर ही आवेदिका के खाते में 2 लाख 27 हजार रुपये की राशि जिला शिक्षा अधिकारी सूरजपुर ने तत्काल भुगतान कर दिया है। आज आयोग के समक्ष आवेदिका ने उपस्थित होकर अपने शिकायत को वापस ले ली है। आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग प्रताड़ित महिलाओं को तत्काल न्याय दिलाने में लगातार प्रयास कर रही है। और महिलाएं आयोग के कार्यों से संतुष्ट हो रही है।


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