बीजापुर। पत्रकार मुकेश की हत्या के बाद राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार पर सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। हत्या के आरोपी सुरेश चंद्राकर द्वारा गंगालूर-मिरतुर सड़क निर्माण में बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा करने के बाद, पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता ने मामले में कई वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी।
इस मामले में रिटायर्ड ईई बी.आर. ध्रुव, एसडीओ आर.के. सिन्हा और इंजीनियर जी.एस. कोड़ोपी के खिलाफ गंगालूर थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत धारा 3(5), 316(5) और 318(4) में केस दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के डर से अभियंता जी.एस. कोड़ोपी ने अग्रिम जमानत के लिए दंतेवाड़ा सेशंस कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
कोर्ट के इस फैसले के बाद भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। एसआईटी जल्द ही एसडीओ आर.के. सिन्हा से पूछताछ कर सकती है। जांच एजेंसियां साक्ष्यों के आधार पर उनकी भूमिका की गहराई से जांच कर रही हैं। इसके अलावा, पत्रकार मुकेश की हत्या में भी एसडीओ सिन्हा की संलिप्तता की आशंका जताई जा रही है। इस पूरे मामले में जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। फिलहाल, सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, लेकिन कोर्ट के फैसले के बाद उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है।