छात्र ने सुनाया पहाड़ा, कलेक्टर ने खुश होकर गिफ्ट में दिया अपना पेन
रायगढ़। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा घरघोड़ा विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों के दौरे पर रहे। जिसके तहत आज वे घरघोड़ा के यूथ सेंटर का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थिंयों से चर्चा की। कलेक्टर सिन्हा ने यूथ सेंटर को बेहतर रूप से डेवलप करने एवं 15 जून तक अवकाश के दरम्यिान स्पेशल क्लास संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने वोकेशनल कोर्स के साथ व्यापम, स्पोकन, जेईई, नीट जैसे प्रतियोगिता परीक्षाओं के तैयारी हेतु शिक्षक व्यवस्था के निर्देश दिए। जिससे विद्यार्थी परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। इस दौरान वे प्राथमिक स्कूल पहुंचे, यहां उन्होंने डिजिटल बोर्ड के माध्यम से पढ़ रहे बच्चों से चर्चा की। उन्होंने पांचवी क्लास के छात्र वेद कुमार यादव से 14 का पहाड़ा पढऩे को कहा, जिस पर वेद ने पहाड़ा सुनाया, कलेक्टर सिन्हा खुश होकर छात्र देव को अपना पेन गिफ्ट किया। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत अबिनाश मिश्रा भी उपस्थित रहे।
कलेक्टर सिन्हा घरघोड़ा स्थित आदिवासी बालक एवं बालिका छात्रावास का निरीक्षण किया। वहां उपस्थित वार्डन ने बताया कि नवनिर्मित बालिका छात्रावास पोस्ट मैट्रिक छात्रावास है, जो आगामी जून से प्रारंभ हो जायेगी। वर्तमान में हॉस्टल प्री-मैट्रिक बालिका छात्रावास में संचालित हो रही है। जिसके पश्चात कलेक्टर सिन्हा बालक छात्रावास पहुंचे एवं बच्चों से चर्चा की। उन्होंने वर्तमान में बच्चों के संख्या की जानकारी ली, हॉस्टल वार्डन द्वारा बताया गया कि उक्त बालक छात्रावास में कुल 145 बच्चे हैं। इस दौरान कलेक्टर सिन्हा ने नवनिर्मित अतिरिक्त कक्ष में बच्चों को शिफ्ट करने के निर्देश दिए। साथ ही छात्रावास के कक्ष में पर्याप्त लाइट की व्यवस्था एवं आवश्यकतानुसार कमरों के मरम्मत व रंगरोगन के कार्य करने के निर्देश दिए, जिससे छात्रावास बेहतर व आकर्षक हो सके। इसी क्रम में उन्होंने घरघोड़ा स्थित स्वामी आत्मानंद स्कूल का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आकर्षक लाईब्रेंरी, क्लासरूम एवं लैब की उचित व्यवस्था देखकर सराहना की। कलेक्टर सिन्हा आंगनबाड़ी केन्द्र एवं प्राथमिक शाला चुहकीमार भी पहुंचे। जहां छोटे बच्चों ने कलेक्टर सिन्हा का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी में दिए जा रहे भोजन का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि भोजन की गुणवत्ता बेहतर हैं। जिसके पश्चात वे प्राथमिक शाला पहुंचे तथा शिक्षकों की उपस्थिति की जानकारी ली।