छत्तीसगढ़

आरक्षक के कार्यों की एसपी ने की प्रशंसा, बनवाया चीरघर

Nilmani Pal
18 April 2022 6:59 AM GMT
आरक्षक के कार्यों की एसपी ने की प्रशंसा, बनवाया चीरघर
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गरियाबंद। जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र के अमलीपदर थाना मे पदस्थ पुलिस के आरक्षक रिजवान कुरैशी ने एक ऐसा मिशाल कायम किया है जिसका पूरे क्षेत्र के जनप्रतिनिधियो के साथ आम जनता खुले मन से उनका तारीफ कर रहे है और तो और सोशल मिडिया क्षेत्र के वाट्सअप ग्रुप मे रिजवान कुरैशी द्वारा किये गये कार्य को एक मिशाल के रूप मे बता रहे है। तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 70 किमी दूर थाना अमलीपदर क्षेत्र मे घटना दुर्घटना अन्होनी होने पर मृतक के शव को पोस्टमार्डम के लिए 40 किमी दूर देवभोग या फिर 70 किमी दूर मैनपुर लाना पड़ता था तब कही जाकर शव का पोस्टमार्डम हो पाता था कभी कभी तो शाम हो जाने पर मृतक के परिजनो को शव के साथ पूरी रात बिताना पड़ता था और दूसरे दिन पोस्टमार्डम हो पाता था लेकिन इस गंभीर समस्या का समाधान अमलीपदर थाना मे पदस्थ एक आरक्षक रिजवान कुरैशी ने सरपंचो व ग्रामीणो से महज सहयोग के रूप मे सीमेंट, ईंट, छड़ और भवन निर्माण की सामाग्री लेकर एक विशाल चीरघर का निर्माण करवाकर मिशाल कायम किया है जिसमे सारी सुविधाएं उपलब्ध है सिर्फ हैंडपंप खनन बाकी है और पुलिस के आरक्षक रिजवान कुरैशी के द्वारा इस कार्य का पूरे क्षेत्र के साथ जिले के लोगो के द्वारा तारीफ किया जा रहा है।

एक समय ऐसा था जब पुलिस का नाम सुनते ही लोगों के मन में दहशत और डर का भय बन जाता था अब वहीं पुलिस ने कुछ सालों में आमजनों के बीच पहुँचकर जिस तरह मित्रतापूर्ण सम्बंध स्थापित कर समस्याओं को सुलझाया है जिसके बाद पुलिस के प्रति ग्रामीणों का विश्वास भी बढ़ा है इसी के साथ ही ग्रामीण और पुलिस के बीच गहरे सम्बंध भी स्थापित हुए है इसी का नतीजा है कि अमलीपदर के एक आरक्षक की सोच को ग्रामीणों के साथ ही क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने कंधा से कंधा मिलाकर क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या का हल करते हुए अमलीपदर में चीरघर का निर्माण करवा दिया एक समय ऐसा था कि पोस्टमार्डम के लिए अमलीपदर के 32 गॉवों के लोगों को लगभग 40 किलोमीटर की दूरी तय कर देवभोग और 70 किलोमीटर दूर मैनपुर पहुँचना पड़ता था उस दौरान ग्रामीणों को परेशानी भी बहुत होती थी और आने-जाने में उन्हें बहुत ज्यादा खर्च का वहन भी करना पड़ता था ऐसे में अमलीपदर में चीरघर बनने से ग्रामीणों की परेशानी भी बहुत ज्यादा कम हुई अब उन्हें पोस्टमार्डम करवाने के लिए भी लम्बी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी और उनके खर्च पर भी विराम लगेगा वहीं आरक्षक रिजवान कुरैशी के इस कार्य को लेकर आमजन भी उनकी बहुत ज्यादा तारीफ कर रहे है ग्रामीणों के मुताबिक पिछले कुछ सालों में जिस तरह पुलिस ने मित्रतापूर्ण सम्बंध बनाकर समस्याओं के समाधान के लिए कदम से कदम मिलाया हैं, उसकी जितनी तारीफ की जाए कम है।

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