कोरिया /मनेंद्रगढ़। बीती रात खोंगापानी छप्पन दफाई में विशालकाय शीशम के पेड़ को काटकर ले जाने की कोशिश में लगे लकड़ी तस्करों के मंसूबों पर उस समय पानी फिर गया जब पेड़ गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। इस मामले में महिला बीटगार्ड की भूमिका पर लोगों ने सवाल उठाए हैं। सोमवार की देर रात लकड़ी तस्करों ने खोंगापानी छप्पन दफाई स्थित झिरिया काली मंदिर परिसर में लगे विशालकाय शीशम के पेड़ को आरा ब्लेड से काटकर जैसे ही गिराया पेड़ गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग तत्काल मौके पर पहुंच गए। लोगों को आता देख लकड़ी तस्कर पेड़ वहीं छोड़कर भाग खड़े हुए।
वन अमले को सूचना होने पर मंगलवार को बीट गार्ड अनिता सिंह मौके पर पहुंची और जानकारी लेकर वहां से चली गईं। दोपहर बाद करीब 3 बजे 8 से 10 की संख्या में कुछ लोग मौके पर पहुंचे और रस्सी की मदद से काटे गए शीशम के पेड़ को वहां से ले जाने का प्रयास करने लगे। उन्हें पेड़ ले जाते देख जब बस्ती वालों ने उनसे सवाल किया तो उनके द्वारा बताया गया कि मैडम ने उन्हें पेड़ लाने के लिए भेजा है। बस्ती वालों के विरोध करने पर पेड़ ले जा रहे लोग वहीं पेड़ छोड़कर वापस लौट गए।